सिसोदिया की गिरफ्तारी को भुनाएगी AAP
सिसोदिया की गिरफ्तारी ने विपक्ष को किया एकजुट
मंत्रियों को कैसे इमानदारी की सजा मिली
दिल्ली डेस्क: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी को आम आदमी पार्टी ने भुनाने का फैसला किया है। दोनों मंत्रियों के इस्तीफे और मंत्रिमंडल में फेरबदल के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पार्टी के विधायकों और पार्षदों के साथ मीटिंग की। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को पार्टी के नेता जन जन तक ले जाएंगे और लोगों को बताया जाएगा कि इन दोनों मंत्रियों को कैसे इमानदारी की सजा मिली। बैठक में उन्होंने देश के वर्तमान हालात की तुलना इमरजेंसी के दिनों से की।
पार्टी इसके लिए देश भर में डोर टू डोर अभियान चलाने जा रही है। इसमें जनता को पार्टी की ओर से बताया जाएगा कि दोनों मंत्रियों के काम से जनता खुश थी, लेकिन बीजेपी के नेता डरे हुए थे। इसलिए इन दोनों मंत्रियों को साजिश के तहत झूठे मामलों में फंसा कर जेल भेजा गया है। यह जानकारी सीएम केजरीवाल ने दी
उन्होंने मीडिया को भी संबोधित किया सिसोदिया ने सरकारी स्कूलों का कायाकल्प किया तो वहीं सत्येंद्र जैन प्राथमिक चिकित्सा के क्षेत्र में मोहल्ला क्लीनिक का मॉडल ले कर आए। अब इन्ही दोनों मंत्रियों को बीजेपी ने जेल में डाल दिया। उप राज्यपाल को सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया का इस्तीफा भेज दिया है।
सिसोदिया की गिरफ्तारी ने जाहिर तौर पर अगले साल होने वाले आम चुनाव से पहले विपक्ष को एकजुट कर दिया है। शिवसेना, राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी, नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव जैसे कांग्रेस के सहयोगियों सहित कई पार्टियां आप के समर्थन में आ गई हैं।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सिसोदिया की गिरफ्तारी पर कड़ी टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा, “कई मनीष सिसोदिया ने इसी तरह की कार्रवाई का सामना किया है और उन्हें गिरफ्तार किया गया है। आप और मैं उनके बारे में नहीं जानते, लेकिन हम सिसोदिया के बारे में जानते हैं क्योंकि वह उपमुख्यमंत्री हैं। इस सरकार में कई पत्रकार, लेखक और विचारक जेल में हैं। देश में क्या हो रहा है। लोगों को इसके बारे में सोचना होगा।”