अमित शाह का कांग्रेस पर बड़ा हमला
कांग्रेस ने वोटों की राजनीति के लिए अल्पसंख्यकों को दिया आरक्षण
कर्नाटक में विधानसभा का इसी साल चुनाव होने वाला है
National Desk: कर्नाटक में विधानसभा का इसी साल चुनाव होने वाला है। सभी पार्टियों की नजरें इस समय कर्नाटक पर टिकी हैं। शनिवार को पीएम मोदी कर्नाटक के दौरे पर थे तो वहीं रविवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह कर्नाटक के दौरे पर हैं। अमित शाह ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि संविधान में अल्पसंख्यकों को आरक्षण देने की बात नहीं है। संविधान में धर्म के आधार पर आरक्षण का कहीं उल्लेख नहीं है, लेकिन कांग्रेस ने वोटों की राजनीति के लिए अल्पसंख्यकों को आरक्षण दिया। इस दौरान अमित शाह ने कर्नाटक के बीदर जिले में स्थित गोराता गांव में 103 फीट ऊंचा तिरंगा लहराया और एक शहीद स्मारक का उद्घाटन किया।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि अल्पसंख्यकों को मिला आरक्षण संविधान के अनुसार नहीं है। संविधान में कहीं भी ये प्रावधान नहीं है कि धर्म के आधार पर आरक्षण मिले, लेकिन कांग्रेस की तुष्टिकरण की राजनीति के चलते अल्पसंख्यकों को आरक्षण का लाभ दिया गया। वहीं बीजेपी ने वोक्कालिगा और लिंगायत समुदाय को कर्नाटक में आरक्षण दिया है। बीते शुक्रवार को कर्नाटक सरकार की कैबिनेट बैठक में ओबीसी मुस्लिमों के आरक्षण में चार फीसदी की कटौती करके लिंगायत और वोक्कालिगा समुदाय को देने का फैसला किया गया है।
सरदार पटेल को याद किया
अमित शाह ने कहा कि गोराता गांव में ढाई फीट ऊंचे तिरंगे को लहराने पर सैंकड़ों लोगों को एक निर्दयी निजाम की सेना ने मार डाला था। आज हम गर्व से कह सकते हैं कि हमने उसी जमीन पर 103 फीट ऊंचा तिरंगा लहराया है। उन्होंने कहा कि उसी जमीन पर उन अमर बलिदानियों का स्मारक खड़ा है। साथ ही यहां सरदार पटेल की 20 फीट ऊंची प्रतिमा देश के पहले गृह मंत्री की उस अहम भूमिका की प्रतीक है, जिसके तहत निजाम को हैदराबाद से बाहर किया गया, उसी के चलते बीदर भारत का हिस्सा बना।
तो हैदराबाद को कभी आजादी ना मिलती
केंद्रीय गृहमंत्री अमृत शाह ने कहा कि कांग्रेस ने अपनी तुष्टिकरण की राजनीति और वोटों के लालच के चलते कभी भी देश के लिए बलिदान देने वाले और हैदराबाद की मुक्ति के लिए काम करने वाले लोगों को याद नहीं किया। अगर सरदार पटेल ना होते तो हैदराबाद को कभी आजादी नहीं मिलती, बीदर आजाद नहीं होता।
बीते दो दिनों में अमित शाह का यह दूसरा कर्नाटक दौरा है। इससे पहले उन्होंने बेंगलुरु में ड्रग ट्रैफिकिंग एंड नेशनल सिक्योरिटी की क्षेत्रीय बैठक में भी हिस्सा लिया था। तीन मार्च को अमित शाह ने बीदर में विजय संकल्प यात्रा की भी शुरुआत की थी। कर्नाटक में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने हैं। इसी को देखते हुए भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के कर्नाटक दौरे बढ़ गए हैं। शनिवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने भी कर्नाटक का दौरा किया और वहां एक रोड शो भी किया था। कर्नाटक भाजपा के लिए अहम है। कर्नाटक में भाजपा की सरकार है। इस बार वहां उनके लिए सत्ता में आने के लिए कड़ा मुकाबला करना पड़ेगा। कर्नाटक में भाजपा की सीधी लड़ाई कांग्रेस से है।।