जम्मू कश्मीर में एलओसी पर सेना की बड़ी कार्रवाई
एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को मार गिराया
ड्रैगन एक बार अपने मित्र के समर्थन में उतरा
National Desk. जम्मू कश्मीर में सेना का आतंकवादियों और घुसपैठियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी है। शनिवार को सुरक्षाबलों ने सीमावर्ती जिले पूंछ में एलओसी (लाइन ऑफ कंट्रोल) पर एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। दरअसल, एलओसी पर गश्त कर रहे जवानों ने एक शख्स को सीमा पार से घुसपैठ करते पकड़ा। उसे जवानों की तरफ से वार्निंग दी गई। इसके बावजूद वह भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश करता रहा, जिसके बाद उसे ढेर कर दिया गया।
सेना के अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तानी घुसपैठिए को मेंढ़र सब डिवीजन के बालाकोट सेक्टर में तैनात जवानों ने सीमा पार करने के दौरान मार गिराया। घुसपैठिए के पास बरामद चीजों से स्पष्ट हुआ कि वह पाकिस्तान का रहने वाला था। दरअसल, जम्मू कश्मीर में इन दिनों जी20 की बैठक होने जा रही है, जिसमें अन्य देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। जिसे देखते हुए पाकिस्तान बौखलाया हुआ है।
राजनीतिक अस्थिरता के दौर से गुजरा रहा पाकिस्तान किसी भी सूरत में केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में जी-20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक नहीं होने देना चाहता। उसने एक बयान जारी सदस्य देशों से इस बैठक में न शामिल होने की अपील भी की थी।इतना ही नहीं दुश्मन देश लगातार वहां आतंकी गतिविधियों को बढ़ाकर घाटी को अशांत करने की कोशिश में जुटा है ताकि सुरक्षा कारणों से ये बैठक न हो सके। साथ ही दुनिया को ये भी दिखना चाहता है कि वहां की आवाम भारतीय फौज के जुर्म के खिलाफ लड़ रही हैं।
पाकिस्तान जम्मू कश्मीर में सक्रिय दहशतगर्दों को आतंकवादी मानने की बजाय उन्हें एक सिपाही मानता है जो अपने प्रदेश की हिफाजत और स्वतंत्रता के लिए भारत से लड़ रहा है। अगस्त 2019 में जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे के समाप्त करने के फैसला का दुनिया के ताकतवर और प्रभावशाली मुल्कों द्वारा विरोध न किए जाने से परेशान पाकिस्तान को डर है कि अगर यह बैठक सफल रही तो दुनियाभर में इसे विवादित क्षेत्र बनाने की उसकी कवायद को पलीता लग जाएगा।
चीन ने एकबार फिर भारत विरोधी स्वर अलापा है। उसने अपने सदाबहार दोस्त पाकिस्तान को खुश करने के लिए 22 से 24 मई को श्रीनगर में आयोजित जी-20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक का बहिष्कार किया है। ड्रैगन ने कहा कि वह किसी विवादित क्षेत्र में किसी तरह की बैठक के आयोजन का विरोध करता है। हम ऐसी बैठकों में शामिल नहीं होंगे। पाकिस्तान की तरह चीन भी जम्मू कश्मीर को विवादित क्षेत्र कहता है। हालांकि, भारत सरकार ड्रैगन के बयानों को खारिज करती रही है।