चीनी कंपनी से पैसे लेकर पीएम मोदी की छवि खराब कर रही बीबीसी
बीजेपी सांसद ने BBC पर लगाया का बड़ा आरोप
कई यूनिवर्सिटियों में हो चुका बवाल
BBC Documentary Controversy: बीबीसी की विवादित डॉक्यूमेंट्री ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ पर देश में इन दिनों घमासान मचा हुआ है। दिल्ली समेत देश के कई राज्यों की यूनिवर्सिटियों में डॉक्यूमेंट्री को लेकर खूब बवाल हो चुका है। डॉक्यूमेंट्री न दिखाने को लेकर सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्षी पार्टियां आमने-सामने है। इस बीच बीजेपी के राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ वकील महेश जेठमलानी ने विवादित डॉक्यूमेंट्री को लेकर ब्रिटिश मीडिया संस्थान बीबीसी पर हमला बोला है। उन्होंने मीडिया संस्थान पर चीनी कंपनी से पैसा लेकर प्रधानमंत्री की छवि खराब करने का आरोप लगाया है।
जेठमलानी ने ट्वीट कर कहा, बीबीसी इतना भारत विरोधी क्यों है ? BBC का भारत के खिलाफ दुष्प्रचार फैलाने का एक लंबा इतिहास रहा है। 2021 में उसने बिना जम्मू कश्मीर का भारत का नक्शा जारी कर दिया था। बाद में उसने भारत सरकार से माफी मांगी थी और नक्शे को सही किया था।
Apart from publishing a truncated map of India w/o J&K until 2021 when it apologised to the Indian govt & corrected the map, #BBC has a long history of spreading disinformation against India. The anti PM documentary is a continuation of this malafide trendhttps://t.co/JQkOKelnKF
— Mahesh Jethmalani (Modi Ka Parivar) (@JethmalaniM) January 31, 2023
दिवंगत दिग्गज वकील राम जेठमलानी के बेटे महेश जेठमलानी ने एक ब्रिटिश मीडिया संस्थान की रिपोर्ट शेयर करते हुए बीबीसी पर सवाल उठाते हुए कहा, बीबीसी इतना भारत विरोधी क्यों है ? क्योंकि उसे भारत के खिलाफ दुष्प्रचार फैलाने के लिए पैसों की सख्त जरूरत है और इसके लिए उसे चीन सरकार से लिंक कंपनी हुआवेई से पैसे मिलते हैं। उन्होंने आगे लिखा, बीबीसी बिकाऊ है।
Why is #BBC so anti-India? Because it needs money desperately enough to take it from Chinese state linked Huawei (see link) & pursue the latter’s agenda (BBC a fellow traveller, Comrade Jairam?)It’s a simple cash-for-propaganda deal. BBC is up for sale https://t.co/jSySg542pl
— Mahesh Jethmalani (Modi Ka Parivar) (@JethmalaniM) January 31, 2023
बता दें कि बीबीसी ने ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ नामक अपनी विवादित डॉक्यूमेंट्री का पहला एपिसोड 17 जनवरी को रिलीज किया था। इसमें साल 2002 में गुजरात में हुए दंगों में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका होने का दावा किया गया था। दूसरा एपिसोड 24 जनवरी को रिलीज होना था लेकिन इससे पहले ही केंद्र सरकार ने इसके पहले एपिसोड को यूट्यूब से हटवा दिया था और सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्मों पर इसकी शेयरिंग पर रोक लगा दी। हालांकि, यह मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है, जिस पर 6 फरवरी को सुनवाई होगी।