धर्म डेस्क: भगवान शिव का प्रिय महीना सावन शुरू हो गया है। सावन के महीने में पड़ने वाले सोमवार का खास महत्व होता है। माना जाता है कि सावन सोमवार व्रत करने से भगवान शिव अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी कर देते हैं। इस बार सावन के पावन महीने में कुल 4 सोमवार होंगे। जानिए किस दिन कौन सा सोमवार पड़ने वाला है और हर सोमवार का क्या महत्व होता है…
सावन सोमवार व्रत तिथि:
इस सावन का पहला सोमवार 22 जुलाई को है। यह पहला सोमवार सभी भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है। ऐसा मााना जाता है कि इस दिन शिव की पूजा से सभी प्रकार की बाधाओं से मुक्ति मिल जाती है।
– सावन का दूसरा सोमवार 29 जुलाई को है। इस दिन शिव की पूजा-अर्चना से भक्तों को अच्छा स्वास्थ्य प्राप्त होता है।
– तीसरा सोमवार 5 अगस्त को है। भक्तजन इस दिन शिव के मंत्रों का जाप करके मंत्र सिद्धि को प्राप्त करते हैं।
– सावन का चौथा और आखिरी सोमवार 12 अगस्त को पड़ रहा है। इस दिन भोलेनाथ की पूजा से शत्रुओं पर विजय और कार्यक्षेत्र में सफलता मिलती है।
पूजा विधि:
सावन सोमवार व्रत रखने वाले लोगों को इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर दैनिक क्रियाओं को पूरा कर स्नान करना चाहिए। साफ वस्त्र पहनकर पूजा घर या मंदिर जाएं। वहां भगवान शिव की मूर्ति या शिवलिंग को स्वच्छ जल से धोकर साफ कर लें। फिर तांबे के लोटे या अन्य किसी पात्र में जल भरें और उसमें गंगा जल मिला लें।
इसके बाद उस जल से भगवान शिव का जलाभिषेक करें। उन्हें सफेद फूल, अक्षत्, भांग, धतूरा, सफेद चंदन, धूप आदि अर्पित करें। प्रसाद में फल और मिठाई का उपयोग करें। ध्यान रखें कि भगवान शिव को तुलसी का पत्ता, हल्दी और केतकी का फूल कभी अर्पित न करें।
माना जाता है कि इससे भगवान शिव अप्रसन्न हो जाते हैं जिससे व्रत का पूर्ण फल प्राप्त नहीं हो पाता है। पूजा के दौरान भगवान शिव के ओम नम: शिवाय मंत्र का जाप करें। शिव चालीसा का पाठ करें। भगवान शिव की आरती करें। आरती के बाद प्रसाद ग्रहण कर पारण कर सकते हैं। दिन में फल का सेवन कर सकते हैं।