नई दिल्ली:भारतीय जनता पार्टी ने शिवसेना के बाद एनडीए गठबंधन के सबसे पुराने साथी शिरोमणि अकाली दल के साथ ही आज लोकसभा चुनाव के लिए सीटों का बंटवारा कर दिया। साथ ही मिलकर चुनाव लडऩे का ऐलान किया। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के आवास पर हुई लंबी बैठक के बाद सीटों पर सहमति बनी। इसके हिसाब से पिछले लोकसभा चुनाव की तरह ही अकाली दल 10 सीटों पर चुनाव लड़ेगा। जबकि भारतीय जनता पार्टी 3 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसमें अमृतसर, गुरदासपुर एवं होशियारपुर लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी उतारेगी। वर्तमान में सिर्फ एक सीट होशियारपुर से भाजपा का सीटिंग सांसद है।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की अगुवाई में हुई बैठक में शिरोमणि अकाली दल के चीफ सुखबीर सिंह बादल, सांसद प्रेम सिंह चंदूमाजरा, नरेश गुजराल, बलविंदर सिंह भूदड़ एवं दलजीत सिंह चीमा मौजूद रहे। जबकि भाजपा की ओर से राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) रामलाल, पंजाब के प्रभारी प्रभात झा, लोकसभा चुनाव प्रभारी कैप्टन अभिमन्यु, पंजाब प्रदेश अध्यक्ष श्वेत मलिक, संगठन मंत्री पंजाब दिनेश कुमार उपस्थित रहे। बैठक के बाद अमित शाह ने खुद ट््वीट के जरिये गठबंधन सीटों के बंटवारे की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अकाली-भाजपा गठबंधन, 2019 लोकसभा चुनाव साथ में लड़ेगा। दोनों पाॢटयों की सीटें और संख्या 2014 लोकसभा की तरह यथावत रहेंगी। बता दें कि पंजाब में कुल 13 लोकसभा की सीटें हैं। सीटों के बंटवारे के बाद दोनों दलों सहमति जताई है। साथ ही मजबूती के साथ गठबंधन चुनाव लड़ेगा, इसका फैसला लिया गया।
दोनों दलों ने मिलकर बनाई कोआर्डिनेशन कमेटी
भाजपा-अकाली गठबंधन मिलकर मजबूती के साथ लोकसभा चुनाव लड़ेंगे, इसके तालमेल के लिए एक कोआर्डिनेशन कमेटी बनी है। अकाली अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल एंव भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्वेत मलिक इस कमेटी की अगुवाई करेंगे। साथ ही दोनों दलों से 3-3 सदस्य होंगे, जो हर सप्ताह बैठक करके चुनाव की रुपरेखा बनाएंगे। इसके लिए 10 मार्च को भाजपा के चंडीगढ़ स्थिति प्रदेश कार्यालय में पहली कोआर्डिनेशन बैठक होगी। भाजपा अध्यक्ष श्वेत मलिक के मुताबिक इसमें भाजपा एवं अकाली द ल के सभी जिलाअध्यक्षों को बुलाया गया है। इसके अलावा 16 मार्च को लुधियाना में व्यापारियों को लेकर एक बड़ी बैठक होने जा रही है, जिसमें जीएसटी एवं इनकम टैक्स की मिली छूट के बारे में विस्तार से चर्चा होगी। इसमें बताया गया है कि कारोबार के लिए 40 लाख टर्नओवर पर कोई जीएसटी नहीं देनी होगी। इसी के साथ ही 60 लाख रुपये तक के सालाना इनकम टैक्स टर्नओवर पर टैक्स नहीं मिलेगा।