नवरात्रि के पहले दिन देवी मंदिरों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़
नवरात्रि के दौरान मंदिर का समय जानें
नवरात्रि के व्रत वाले श्रद्धालुओं के लिए फलाहार की उच्च व्यवस्था
Chaitra Navratri 2023: लखनऊ में चेत्र नवरात्रि के पहले दिन सुबह से ही माता की मंदिरों में श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ पड़ा है. सभी मंदिरों में भारी भीड़ दिखाई दे रही है. आज 22 मार्च से चैत्र नवरात्रि मनाई जायेगी. सुबह से ही मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है. मंदिरों के बाहर सुबह 3-4 बजे से ही कतार लगनी शुरू हो गई थी.
लखनऊ के चौक में स्थित प्रमुख बड़ी काली मंदिर में सुबह 3-4 बजे से ही श्रद्धालुओं की कतार शुरू हो गई थी. बड़ी काली मंदिर लखनऊ के सिद्धपीठ मंदिरों में से एक है. यह एक ऐतिहासिक मंदिर भी है.
बड़ी काली मंदिर का इतिहास
यह मंदिर चौक चौराहे से कुछ दूर पर स्थित है. इस मंदिर में लक्ष्मीनारायण स्थापित है लेकिन सभी श्रद्धालु ये जानने की कोशिश करते हैं कि इसका नाम बड़ी काली मंदिर क्यों पड़ा.
कहा जाता है कि औरंगजेब खाली जी का बहुत बड़ा भक्त था. जब वह सभी मंदिरों पर आक्रमण कर रहा था उस समय इस मंदिर को बचाने के लिए सभी लोगों ने एक बैठक करी और इस मंदिर का नाम लक्ष्मी नारायण न रखकर बड़ी काली मंदिर रखा गया. तब से आज तक इसी नाम से यह मंदिर प्रसिद्ध हैं.
नवरात्रि के दौरान इस मंदिर का महत्त्व और भी बढ़ जाता है. यहाँ नवरात्रि के सभी नौ दिन बड़ी संख्या में दर्शन करते श्रद्धालु आते हैं. चैत्र नवरात्रि के प्रथम दिन इस मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु दिखाई दिए.
नवरात्रि के दौरान मंदिर का समय
नवरात्रि के दौरान मंदिर का समय बढ़ा दिया गया है. मंदिर दर्शनार्थियों के लिए देवी जी के पट सुबह 4:00 बजे खोले जाएंगे और रात्रि 12:00 बजे तक श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे. देर रात तक मंदिर खोलने का निर्णय मंदिर समिति द्वारा लिया गया ताकि सभी श्रद्धालु अपने ऑफिस और बाज़ार से कार्य खत्म करके मंदिर में दर्शन कर सके.
बड़ी काली मंदिर में प्रतिदिन अन्न व्रत दोनों भंडारे का आयोजन होगा. नवरात्रि के व्रत वाले श्रद्धालुओं के लिए फलाहार की उच्च व्यवस्था है और जिन श्रद्धालुओं को व्रत नहीं है वह अन्न खाकर भंडारी का स्वाद ले सकते हैं.