दिल्ली के विधायकों के वेतन में भारी बढ़ोतरी
मुख्यमंत्री और स्पीकर की सैलरी 100 फीसदी से अधिक बढ़ी
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दी प्रस्ताव को मंजूरी
National Desk: दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने विधायकों – मंत्रियों की सैलरी को लेकर बड़ा फैसला लिया है। दिल्ली सरकार ने इनके वेतन में भारी बढ़ोतरी करने का निर्णय लिया है। दिल्ली विधानसभा का सफर तय करने वाले माननीयों को अब प्रति माह 90 हजार रूपये वेतन के तौर पर मिलेंगे। जो फिलहाल 54 हजार रूपये है यानी सैलरी में 66 प्रतिशत का इजाफा किया गया है।
इसी तरह मुख्यमंत्री, स्पीकर और नेता प्रतिपक्ष के वेतन में भी जबरदस्त बढ़ोतरी की गई है। इनकी सैलरी में 100 प्रतिशत से भी ज्यादा बढ़ोतरी की गई है। मुख्यमंत्री को अब प्रति माह वेतन के तौर पर 1.70 लाख रूपये मिलेंगे। नेता प्रतिपक्ष और विधानसभा अध्यक्ष को भी इतने रूपये वेतन में मिलेंगे।
दिल्ली विधानसभा में मंत्रियों और विधायकों का वेतन बढ़ाने का प्रस्ताव जुलाई 2022 में ही पारित कर दिया गया था। चूंकि दिल्ली एक केंद्र शासित प्रदेश भी है, इसलिए सरकार के इस प्रस्ताव की मंजूरी के लिए राज्यपाल के जरिए राष्ट्रपति को भेजा गया। महीनों बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने केजरीवाल सरकार के इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। राष्ट्रपति से मंजूरी के उपरांत दिल्ली सरकार के कानून विभाग ने वेतन बढ़ोतरी का नोटिफिकेशन जारी किया है।
दरअसल, इससे पहले साल 2015 के दिसंबर महीने में भी केजरीवाल सरकार ने विधायकों और मंत्रियों का वेतन बढ़ाने का प्रस्ताव विधानसभा से पास कराया था। प्रस्ताव के मुताबिक, विधायकों की सैलरी 54 हजार से बढ़ाकर 2.10 लाख प्रति महीना करना था। मगर केंद्र सरकार ने इस बिल को रद्द कर दिया था। केंद्र ने दिल्ली सरकार को प्रस्ताव में कुछ परिवर्तन करने की सलाह दी थी। जिसके बाद विधायकों की सैलरी 54 हजार से बढ़ाकर 90 हजार करने का निर्णय लिया गया।
मुख्यमंत्री की सैलरी में 136 प्रतिशत का इजाफा
दिल्ली सरकार के मंत्रियों और मुख्यमंत्री को अब तक 72 हजार रूपये सैलरी मिलते थे। नेता प्रतिपक्ष और विधानसभा स्पीकर का भी यही वेतन था। नोटिफिकेशन जारी होने के बाद अब इन सभी की सैलरी 1.70 लाख रूपये प्रति महीना हो गई है। यानी मंत्रियों और मुख्यमंत्री के वेतन में 136 प्रतिशत का इजाफा किया गया है।
वहीं, दिल्ली के विधायकों को अब तक बेसिक सैलरी के तौर पर 12 हजार रूपये मिलते थे। अब इसे बढ़ाकर 30 हजार कर दिया गया है। डीए को 1000 से बढ़ाकर 1500 कर दिया गया है। सब कुछ मिलाकर अब उन्हें महीने के 90 हजार रूपये मिलेंगे।
बता दें कि एक तरफ दिल्ली की आप सरकार विधायकों और मंत्रियों के वेतन भत्ते बढ़ा रही है। वहीं, पंजाब में आम आदमी पार्टी की भगवंत मान सरकार ने सत्ता संभालते ही पूर्व विधायकों और पूर्व सांसदों के वेतन पर कैंची चला दी थी। मालूम हो कि देश में अभी सबसे अधिक सैलरी तेलंगाना के विधायकों की है, जो कि 2.5 लाख रूपये प्रति महीना है।