मां-बेटी का अंतिम संस्कार कानपुर के बिठूर घाट पर
भारी पुलिस बल तैनात
पिता के जीवन यापन के लिए पांच करोड़ रुपये की मांग
यूपी डेस्क: कानपुर देहात में जल कर मरीं मां-बेटी का अंतिम संस्कार कानपुर के बिठूर घाट पर किया जाएगा। बुधवार सुबह परिजन दोनों के शव लेकर कानपुर देहात से रवाना हुए। साथ में भारी पुलिस बल मौजूद है। बिठूर में सुबह से ही सीमाओं पर बैरिकेडिंग कर दी गई है। बताते चलें कि कानपुर देहात में मैथा तहसील क्षेत्र के मड़ौली पंचायत के चालहा गांव में सोमवार को ग्राम समाज की जमीन से कब्जा हटाने पहुंची पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की टीम के सामने कब्जेदार की झोपड़ी में संदिग्ध हालत में आग लग गई थी। घटना के वक्त मां-बेटी झोपड़ी के अंदर थीं। दोनों को बचाने के प्रयास में गृहस्वामी व रुरा थाना प्रभारी झुलस गए थे। घटना में मां-बेटी की जलकर मौत हो गई थी।
झोपड़ी में लगी आग से मां-बेटी के जिंदा जलने के बाद मंगलवार को परिजन शव उठाने पर राजी नहीं हुए। दिन भर हंगामा चलता रहा। दोपहर बाद कानपुर कमिश्नर ने फोन से परिजनों की डिप्टी सीएम बृजेश पाठक से वीडियो कॉल कराई।दोनों भाइयों को सरकारी नौकरी व पिता के जीवन यापन के लिए पांच करोड़ रुपये की मांग पर गुरुवार को सीएम से मुलाकात कराने के आश्वासन पर परिजन माने। इस पर 24 घंटे बाद शव उठाए जा सके। मैथा एसडीएम व लेखपाल को निलंबित करने के साथ आरोपी जेसीबी चालक व लेखपाल को गिरफ्तार किया गया।
कमिश्रर ने बताया कि आश्रितों को पट्टा व आवास आवंटन की कार्यवाही शुरू की गई है। पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद भी जल्द दी जाएगी। मड़ौली ग्राम पंचायत के चालहा गांव में कब्जे की शिकायत सोमवार को डीएम से जन सुनवाई के दौरान हुई थी।
परिजन मां-बेटी के शव लेकर बिठूर घाट पहुंचे। घाट पर पीएसी तैनात है। घायल पति कृष्ण गोपाल दीक्षित भी घाट पर पहुंचे। अंतिम संस्कार के लिए पुलिसकर्मी खुद हाथ में फूल माला लेकर आए। गमगीन माहौल के बीच अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।