भरी बारिश से कई गांव बाढ़ की चपेट में
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लगाई मदद की गुहार
मध्यप्रदेश में बाढ़ से अब तक 129 लोगों की मौत
नेशनल डेस्क: मध्यप्रदेश और गुजरात में नर्मदा नदी के बहाव से कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। बाढ़ की वजह से लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इसी के चलते अब तक कितने लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं मौसम विभाग की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस बारिश ने पिछले 44 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। बाढ़ की चपेट में आकर कई हज़ार लोगों ने अपना घर खो दिया है। अब तक गुजरात में 175 लोगों की मौत हो गई है।
मध्यप्रदेश में बाढ़ की वजह से 129 लोगों की मौत हो चुकी है, और अभी कई लोगों की जान खतरे में है। मध्यप्रदेश में होशंगाबाद, भोपाल, सीहोर, रायसेन, उज्जैन, शिवपुरी, बालाघाट, सिवनी, काठी, जैसे जिले प्रभावित हुए हैं। ऐसी बारिश इससे पहले 1983 में पड़ी थी। जब बारिश सामान्य से 23.8 फ़ीसदी ज्यादा थी। अब तक बाढ़ के कारण उड़ीसा में 16 लोगों की जान जा चुकी है। 500 गांव अभी भी बाढ़ से प्रभावित हैं। वहीं मध्यप्रदेश में पिछले 24 घंटे में आठ लोगों ने अपनी जान गवा दी है।
बाढ़ की आफत को देखते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, वह बाढ़ प्रभावित जगहों की कंट्रोल रूम से निगरानी कर रहे हैं। साथ ही बाढ़ की वजह से किसानों की खेती पर भी बहुत बुरा असर पड़ा है। इसलिए किसानों को कृषि बीमा के तहत मुआवजा दिया जाएगा।
वहीं बाढ़ की चपेट में आए कई लोगों को हेलिकॉप्टर के जरिए सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा रहा है। साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इसपर बात की और एनडीआरएफ, सीडीआरएफ और पुलिस कर्मियों की मदद मांगी है।