आगरा में गैंगस्टर विनय श्रोत्रिय का एनकाउंटर
गैंगस्टर पर 40 से अधिक मुकदमे दर्ज थे
फरार गैंगस्टर पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था
(उत्तरप्रदेश डेस्क) दीवानी से फरार हुआ 50 हजार का इनामी गैंगस्टर विनय श्रोत्रिय आगरा STF की मुठभेड़ में ढेर हो गया।बुधवार तड़के सिकंदरा क्षेत्र में गांव अकबर रोड पर एसटीएफ और सिकंदरा पुलिस ने उसे घेर लिया था। घेराबंदी के दौरान उस ने पुलिस पर गोली चलाई। जवाबी कार्रवाई में उसके गोली लगी, जिसमें उसकी मौत हो गई। उसका एक साथी कोहरे में फरार हो गया। गैंगस्टर पर 40 से अधिक मुकदमे दर्ज थे। वह इंटर रेंज गैंग आइआर-03 का सरगना था। दीवानी परिसर छह महीने पहले फरार गैंगस्टर पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था।
फिरोजाबाद के लाइन पार थाना क्षेत्र के गैंगस्टर विनय श्रोत्रिय को जिला जेल से 13 जुलाई 2022 को दीवानी में पेशी पर लाया गया था। गैंगस्टर दीवानी से अपने साथियों की बाइक पर बैठकर फरार हो गया था। पुलिस के साथ STF भी गैंगस्टर की तलाश में लगी हुई थी।उसके पास से एक पिस्टल, एक तमंचा और पल्सर मोटर साइकिल बरामद की है।
गैंगस्टर विनय श्रोत्रिय को थाना न्यू आगरा पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। मगर, वह पेशी पर सिपाही के साथ बहाने से वकील के चैंबर पर गया था। अपने साथियों को पहले से उसने बुला रखा था। अचानक फरार हो गया था। सिपाही ने बदमाश के हमला कर भागने की बात कही थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसकी तलाश की थी, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा सका था। उसकी तलाश में पुलिस की टीमों ने फिरोजाबाद, एटा और अलीगढ़ जनपद के साथ ही दिल्ली, जयपुर, गुरुग्राम, मुरैना में भी दबिश दी थी। मगर, वो हाथ नहीं आया था।
विनय श्रोत्रिय के भागने के बाद पुलिस ने लापरवाही बरतने वाले सिपाही और घटना के बाद सामने आए बदमाश सोनू को गिरफ्तार किया था। सिपाही को जमानत मिल गई थी, जबकि सोनू को जेल भेजा गया। इसके बाद दो आरोपी फिरोजाबाद के मुनेश और नीरज पकड़े गए। दोनों से फरारी के बाद विनय ने बात की थी। लगातार उनके संपर्क में थे।
फिर फिरोजाबाद के राहुल कश्यप और पिंटा उर्फ शिवराम यादव को जेल भेजा गया। इन दोनों ने विनय को फरार कराने में सहयोग किया था। बाद में राहुल कश्यप की मां मीना को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में पता चला था कि मीना को राहुल ने विनय को फरार कराने के बारे में बता दिया था। घटना से पहले और बाद में वो साजिश में शामिल रही। एक साथी रिषभ ने कोर्ट में समर्पण कर दिया था।
विनय श्रोत्रिय पर पहला मुकदमा 2013 में पचोखरा थाने में दर्ज हुआ था, इसके बाद से उसके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हुए। 2018 में विनय श्रोत्रिय के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की गई थी। 2016 में फिरोजाबाद के नारखी थाना क्षेत्र में लूट के बाद दरोगा राजवीर को गोली मारकर घायल कर दिया था।