स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ महिला संत साध्वी और साधुओं ने खोला मोर्चा
माघ मेले में सैकड़ों की संख्या में एकजुट होकर भरी हुंकार, निकाली यात्रा
समाजवादी पार्टी से राष्ट्रीय महासचिव पद से हटाने की मांग
Up Desk: रामचरितमानस को लेकर विवादों में घिरे स्वामी प्रसाद मौर्य और उनके समर्थकों पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। संगम तट पर लगे माघ मेले में देश के कोने-कोने से आए साधु-संत बयान के खिलाफ एकजुट होते नजर आ रहे हैं। मेला क्षेत्र में महिला संत, साध्वी और सैकड़ों की संख्या में साधु संत ने हिंदू ग्रंथों पर हो रही टिप्पणी और स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है ।
महिला संत और साध्वी भी इसके विरोध में आगे आने लगे है।इसी कड़ी में मेला क्षेत्र में सैकड़ों साधु संत एकजुट होकर मेला क्षेत्र में संकल्प यात्रा निकाली। इस संकल्प यात्रा में सभी साधु-संतों ने एक स्वर में कहा कि जिस तरीके से स्वामी प्रसाद मौर्य ने बयान दिया है उससे वह काफी आहत हैं और अब वह मांग कर रहे हैं कि समाजवादी पार्टी ऐसी बयानबाजी पर स्वामी प्रसाद मौर्य को निष्कासित करें साथ ही पूरे देश से स्वामी प्रसाद मौर्य और उनके समर्थक माफी मांगे।
ऐसा नहीं करने पर स्वामी प्रसाद मौर्य और उनके समर्थकों को किसी भी धार्मिक आयोजन में सम्मिलित नहीं होने दिया जाएगा । वृंदावन से आई महामंडलेश्वर राधा सरस्वती ने कहा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा दिया गया बयान से पूरा संत समाज आहत है। स्वामी प्रसाद मौर्य को अपना बयान वापस लेना होगा नहीं तो आने वाले समय में वह जिस भी पार्टी मे रहेंगे उसको काफी नुकसान होगा। उधर महामंडलेश्वर स्वामी विष्णु दास महाराज का कहना है कि समाजवादी पार्टी ने हाल ही में उन्हें महासचिव पद से नवाजा है ऐसे मे उनको तुरंत पार्टी से निष्कासित किया जाए क्योंकि हिंदू ग्रंथों के खिलाफ कोई भी टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
आपको बता दे यात्रा लेटे हुए बजरंगबली से शुरू हुई और संगम नोज से होते हुए मेला क्षेत्र के कई रास्तों से होकर गुजरी ।यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को भी जागरूक रहने की साधु-संतों ने अपील की । इसके साथ माघ मेले के सफल आयोजन और आगामी कुंभ को लेकर के भी एक भव्य शोभायात्रा निकाली गई।