बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक
मुस्लिम समाज पर बोले पीएम मोदी
राम कदम को भी फिल्म से आपत्ति
(नेशनल डेस्क) बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक खत्म हो गई है। इसमें समापन भाषण पीएम मोदी ने दिया। पीएम मोदी ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को खूब मेहनत करने के लिए कहा और ये नसीहत दी कि वो बेवजह बयानबाजी से बचें। पीएम मोदी ने कहा कि बीजेपी मुस्लिमों के बीच जाए और प्रोफेशनल मुस्लिमों तक अपनी बात ठीक से पहुंचाए।उन्होंने कहा कि देश में कई समुदाय भाजपा को वोट नहीं देते हैं, लेकिन इसके बाद भी उन्हें उनके प्रति अपमान नहीं दिखाना चाहिए, बल्कि बेहतर तालमेल स्थापित कर बेहतर व्यवहार बनाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने मुसलमानों में पसमांदा और बोहरा समुदाय के लोगों के ज्यादा करीब जाने की बात भी कही। इसके पहले प्रधानमंत्री ने हैदराबाद कार्यकारिणी में भी कुछ इसी तरह की बात कही थी।
पीएम की मुसलमानों के प्रति सहानुभूतिपूर्ण सोच रखने की यह नसीहत आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की उस टिप्पणी के तुरंत बाद आई है, जिसमें एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा था कि हिंदू समाज हजारों साल से गुलाम रहा है, अब उसमें जागृति आ रही है, जिसके कारण कभी-कभी हिंदू समुदाय की ओर से कुछ आक्रामक व्यवहार दिखाई पड़ जाता है। उन्होंने इसे ठीक तो नहीं बताया, लेकिन परोक्ष रूप से इस बात का समर्थन कर दिया कि हिंदू समुदाय का यह आक्रोश इतिहास को देखते हुए सही है। क्या मोदी का बयान भागवत से अलग लाइन पर है और क्या इसका यह अर्थ है कि दोनों संगठनों में दूरी बढ़ रही है?
नेताओं ने फिल्म के एक गाने में एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण के कपड़ों के रंग को लेकर भी सवाल खड़े किए थे. मध्य प्रदेश के मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा फिल्म के गाने में भगवा रंग के कपड़ों के इस्तेमाल पर भड़क गए थे. उन्होंने कहा था कि फिल्म में कुछ आपत्तिजनक दृश्य हैं. साथ ही उन्होंने पठान को मध्य प्रदेश में प्रतिबंधित करने धमकी भी दी थी.
नरोत्तम मिश्रा ने कहा था कि फिल्म पठान के गाने में टुकड़े-टुकड़े गैंग की समर्थक अभिनेत्री दीपिका पादुकोण की वेशभूषा बेहद आपत्तिजनक है और गाना दूषित मानसिकता के साथ फिल्माया गया है. गाने के दृश्यों व वेशभूषा को ठीक किया जाए नहीं तो फिल्म को मध्य प्रदेश में अनुमति दी जाए या नहीं दी जाए, यह विचारणीय होगा.
वहीं महाराष्ट्र बीजेपी के नेता राम कदम ने फिल्म निर्माताओं से सवाल किया था कि क्या ये सस्ता प्रचार हासिल करने की चाल थी या उनके फैसले के पीछे कोई साजिश थी? उन्होंने कहा था कि महाराष्ट्र में हिंदुत्व के आदर्शों पर चलने वाली बीजेपी की सरकार है, इसलिए सरकार हिंदुत्व की भावनाओं का अपमान करने वाली किसी भी फिल्म या धारावाहिक को चलाने की अनुमति नहीं देगी.