प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल 15 अगस्त को 9वीं बार करेंगे ध्वजारोहण
कई प्रधानमंत्री को लाल किले पर तिरंगा फहराने का मौका मिला
आजादी के बाद से किन प्रधानमंत्री ने सबसे अधिक बार झंडा फहराया
Independence Day 2022: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से नौवीं बार ध्वजारोहण करेंगे। देश की आज़ादी के बाद से ही कुछ ऐसे प्रधानमंत्री हुए जिन्हें कई बार लाल किले पर तिरंगा फहराने का मौका मिला, जबकि अन्य इस मौके से चूक गए। देखिए किस प्रधानमंत्री ने आजादी के बाद से सबसे अधिक बार झंडा फहराया है।
जवाहरलाल नेहरू – देश के पहले प्रधानमंत्री ने लाल किले से 17 बार तिरंगा फहराया। वह 1947 से 1964 तक देश के सबसे लंबे समय तक रहने वाले प्रधान मंत्री थे। वह 1920 के दशक के अंत में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हुए और 1930 के दशक की शुरुआत में एक प्रमुख नेता बन गए। नेहरू ने पहली बार 15 अगस्त, 1947 को नई दिल्ली में इंडिया गेट के पास प्रिंसेस पार्क में ध्वजारोहण किया था। बाद में अगले दिन 16 अगस्त, 1947 को नेहरू ने लाल किले पर ध्वजारोहण किया।
इंदिरा गांधी – भारत की लौह महिला के रूप में सम्मानित, इंदिरा गांधी ने 16 बार ध्वजारोहण किया। उन्होंने 1966 से 1977 तक और फिर जनवरी 1980 से अक्टूबर 1984 में उनकी हत्या तक पीएम के रूप में कार्य किया। वह दूसरी सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाली प्रधान मंत्री थीं। गांधी प्रधान मंत्री पद संभालने वाली पहली और अब तक की एकमात्र महिला हैं।
मनमोहन सिंह – 2004 में सत्ता में आने के बाद भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर ने लगातार 10 बार ध्वजारोहण। सिंह ने वित्त मंत्री (1991-96), वित्त मंत्रालय के मुख्य आर्थिक सलाहकार (1972) के रूप में भी काम किया। वो पीएम चंद्रशेखर के आर्थिक सलाहकार भी थे।
नरेंद्र मोदी – भारत के वर्तमान प्रधान मंत्री ने प्रतिष्ठित लाल किले पर 8 बार ध्वजारोहण किया है। वह 2014 में कांग्रेस के खिलाफ शानदार जीत के बाद सत्ता में आए थे। कल नवी बार होगा जब पीएम मोदी ध्वजारोहण करेंगे।
अटल बिहारी वाजपेयी – सत्ता में आने के बाद से अटल बिहारी वाजपेयी ने छह बार ध्वजारोहण किया। वाजपेयी ने प्रधान मंत्री मोरारजी देसाई के मंत्रिमंडल में विदेश मंत्री के रूप में कार्य किया। प्रधान मंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान, भारत ने 1998 में पोखरण-द्वितीय परमाणु परीक्षण किया।
राजीव गांधी और नरसिम्हा राव – गांधी और राव ने लाल किले पर 5-5 बार झंडा फहराया। जहां गांधी ने 1984-89 तक प्रधान मंत्री पद संभाला, वहीं राव ने 1991-96 तक सत्ता संभाली। तमिलनाडु में चुनाव प्रचार के दौरान लिट्टे के एक आत्मघाती हमलावर ने राजीव गाँधी की हत्या कर दी थी।
लाल बहादुर शास्त्री (1964-66), चौधरी चरण सिंह (1979-80), विश्वनाथ प्रताप सिंह (1989-90), एच.डी. देवेगौड़ा (1996-97), इंदर कुमार गुजराल (1998-99) उन लोगों में से थे जिन्होंने कम से कम एक बार तो लाल किले की प्राचीर पर ध्वजारोहण किया।