राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का आज समापन
14 राज्यों की पैदल यात्रा करके राहुल गांधी कश्मीर पहुंचे
विपक्ष को जोड़ने की खरगे की मुहिम को लगा धक्का
(नेशनल डेस्क) कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का समापन आज होगा. 14 राज्यों की पैदल यात्रा करके राहुल गांधी कश्मीर पहुंचे हैं.कांग्रेस ने शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के समापन के अवसर पर एक मेगा रैली का आयोजन किया है. पूरे कांग्रेस नेतृत्व के अलावा, विपक्षी दलों के कई नेता इसमें शामिल हुए हैं.द्रमुक, नेशनल कांफ्रेंस, पीडीपी, भाकपा, आरएसपी और आईयूएमएल के नेता ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के समापन पर रखी गई रैली में शामिल हुए. श्रीनगर में भारी बर्फबारी के बीच समापन कार्यक्रम में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि सालों से 8-10 किलोमीटर तक दौड़ता हूं, ऐसा लगता था ये यात्रा आसान होगी. यात्रा के दौरान पुरानी चोट उभरी. जो आसान लगता था वो मुश्किल हो गया.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने 23 राजनीतिक दलों के अध्यक्षों को पत्र लिखकर भारत जोड़ो यात्रा की समापन रैली में शामिल होने का निमंत्रण भेजा था. बसपा सुप्रीमो मायावती, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, सीपीआई के नेता सीताराम येचुरी और जेडीयू के अध्यक्ष ललन सिंह जैसे नेताओं ने पहले ही इस रैली में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया था.अब तक की जानकारी के मुताबिक, यूपीए के घटक दल के नेता शरद पवार भी नहीं आ रहे हैं. साथ ही उद्धव ठाकरे भी नहीं आ रहे हैं. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले ही मना कर दिया था. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि कांग्रेस के अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे की ओर से विपक्ष के बड़े नामों को बुलाकर कांग्रेस की अगुवाई में विपक्ष जोड़ने की मुहिम को क्या बड़ा धक्का लगा है?
हालांकि, राहुल गांधी ने रविवार को विपक्षी एकजुटता के सवाल पर कहा कि किस आधार पर आप कहते हैं कि विपक्ष बिखर चुका है. विपक्षी एकता एक दृष्टिकोण और बातचीत के बाद आती है. विपक्ष बिखरा हुआ है, यह कहना सही नहीं है. मतभेद हैं पर विपक्ष एक साथ खड़ा होगा और लड़ेगा.
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, आज के कार्यक्रम में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, नेशनल कांफ्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, डीएमके, शिवसेना और कुछ अन्य दलों के नेता शामिल होंगे. बहुजन समाज पार्टी के शामिल होने पर अभी तक असमंजस की स्थिति है.
हालांकि उनमें से लगभग आधी पार्टियां, जिनमें तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, माकपा, जद और जद शामिल हैं, रैली के लिए बड़े नेताओं को नहीं भेज रही हैं. जबकि कुछ पार्टियों ने अपने दूसर या तीसरे दर्जे के नेताओं को कांग्रेस की रैली में शामिल होने के लिए भेजा है. कांग्रेस के सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि देश के कोने-कोने में इस यात्रा को लेकर चर्चा हो रही है. राहुल गांधी ने कहा था कि द्वेष को छोड़ हिंदुस्तान को जुड़ना चाहिए. इस बात ने लोगों के दिल को छुआ है. भारत जोड़ने की यात्रा के समापन पर हमारी पार्टी ने सभी को न्योता दिया है.