जगदीप धनखड़ को एनडीए के उपराष्ट्रपति पद का किया उम्मीदवार घोषित
जेपी नड्डा ने एनडीए के उप राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का किया ऐलान
नेशनल डेस्कः बीजेपी के संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद शनिवार को जगदीप धनखड़ को एनडीए के उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है। जगदीप धनखड़ वर्तमान में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल पद पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
राजधानी दिल्ली में भाजपा के संसदीय बोर्ड की बैठक समाप्त होने के बाद दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में एक प्रेस कांफ्रेंस को सम्बोधित करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एनडीए के उप राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का ऐलान किया। उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की घोषणा करते हुए नड्डा ने कहा कि,”धनखड़ एक “किसान पुत्र” हैं जिन्होंने खुद को “लोगों के राज्यपाल” के रूप में स्थापित किया।”
नामाकंन पत्र दाखिल करने की अंतिम तारीख 19 जुलाई
बता दें कि उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की आखिरी तारीख 19 जुलाई है और चुनाव 6 अगस्त को होना है। 2017 में, भाजपा ने तत्कालीन कैबिनेट मंत्री एम वेंकैया नायडू को अपने उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में नामित किया था। नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त हो रहा है।
कौन हैं जगदीप धनखड़?
जगदीप धनखड़ राजस्थान की सियासत का चर्चित चेहरा रहे हैं। जगदीप धनखड़ इस वक़्त पश्चिम बंगाल के राज्यपाल हैं। धनखड़ राजस्थान हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के प्रेसिडेंट रह चुके हैं। धनखड़ को राजनीति का मंजा खिलाड़ी माना जाता है। राजस्थान में जाटों को आरक्षण दिलाने में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। जगदीप धनखड़ को ऐसे समय पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त किया गया था जब तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी में तनाव चरम पर था। धनखड़ को पश्चिम बंगाल जैसे अहम राज्य का गवर्नर बनाया गया था। इनकी यही खूबियां उन्हें औरों से अलग करती है।
ऐसा रहा धनखड़ का राजनीतिक करियर
जगदीप धनखड़ केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं। राजस्थान के झुंझुनूं से वो वर्ष 1989 से 1991 तक जनता दल से सांसद रहे थे। हालांकि, बाद में उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया था। तब राजस्थान के ही अजमेर से कांग्रेस की टिकट पर वो लोकसभा चुनाव लड़े थे, मगर उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। उसके बाद जगदीप धनखड़ साल 2003 में बीजेपी में शामिल हो गए। अजमेर के किशनगढ़ सीट से विधायक चुने गए। धनखड़ सिर्फ राजनेता ही नहीं हैं वो जाने-माने हुए वकील भी हैं। वो सुप्रीम कोर्ट के सीनियर लॉयर (वरिष्ठ अधिवक्ता) रह चुके हैं।