हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का बहुत अधिक महत्व होता है।
एकादशी तिथि भगवान विष्णु को अतिप्रिय
इस दिन विधि- विधान से भगवान विष्णु की करें पूजा- अर्चना
Kamika Ekadashi 2022 : हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का बहुत अधिक महत्व होता है। एकादशी तिथि भगवान विष्णु को अतिप्रिय होती है। इस दिन विधि- विधान से भगवान विष्णु की पूजा- अर्चना करनी चाहिए। हर माह में दो बार एकादशी तिथि पड़ती है। एक बार कृष्ण पक्ष में और एक बार शुक्ल पक्ष में। साल में कुल 24 एकादशी पड़ती हैं। सावन माह में कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को कामिका एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस साल 24 जुलाई यानी आज कामिका एकादशी है।
एकादशी तिथि प्रारम्भ – जुलाई 23, 2022 को 11:27 ए एम बजे
एकादशी तिथि समाप्त – जुलाई 24, 2022 को 01:45 पी एम बजे
व्रत पारणा टाइम- 25 जुलाई को 05:38 ए एम से 08:22 ए एम
पारण तिथि के दिन द्वादशी समाप्त होने का समय – 04:15 पी एम
इन शुभ मुहूर्त में करें कामिका एकादशी की पूजा-
- ब्रह्म मुहूर्त- 04:15 ए एम से 04:56 ए एम
- अभिजित मुहूर्त- 12:00 पी एम से 12:55 पी एम
- गोधूलि मुहूर्त- 07:03 पी एम से 07:27 पी एम
- अमृत काल- 06:25 पी एम से 08:13 पी एम
- द्विपुष्कर योग- 10:00 पी एम से 05:38 ए एम, जुलाई 25
कामिका एकादशी पूजा- विधि
- सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं।
- घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
- भगवान विष्णु का गंगा जल से अभिषेक करें।
- भगवान विष्णु को पुष्प और तुलसी दल अर्पित करें।
- अगर संभव हो तो इस दिन व्रत भी रखें।
- भगवान की आरती करें।
- भगवान को भोग लगाएं।
- इस बात का विशेष ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है।
- भगवान विष्णु के भोग में तुलसी को जरूर शामिल करें। ऐसा माना जाता है कि बिना तुलसी के भगवान विष्णु भोग ग्रहण नहीं करते हैं।
- इस पावन दिन भगवान विष्णु के साथ ही माता लक्ष्मी की पूजा भी करें।
- इस दिन भगवान का अधिक से अधिक ध्यान करें।