पीएम मोदी आज काशी-तमिल संगम का करेंगे शुभारंभ
पीएम मोदी की पहल पर आयोजन
मिनी तमिलनाडु बना आयोजन स्थल
Up Desk: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आज अपने संसदीय क्षेत्र काशी में काशी-तमिल संगमम का शुभारंभ करेंगे। काशी से तमिलनाडु के पुराने संबंधों को मजबूत बनाने के लिए शिक्षा मंत्रालय की ओर से काशी-तमिल संगमम का आयोजन किया गया है। बीएचयू के एंफीथियेटर मैदान में आयोजित इस आयोजन को लेकर काशी के लोगों में भी भारी उत्साह दिख रहा है। इस भव्य समारोह के दौरान तमिलनाडु के प्रमुख मठ मंदिरों के अधीनम (महंत) को सम्मानित भी किया जाएगा। आयोजन में हिस्सा लेने के लिए तमिलनाडु के अधीनम काशी पहुंच चुके हैं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री तमिलनाडु से आए प्रतिनिधिमंडल में शामिल छात्रों के साथ संवाद भी करेंगे।
शिक्षा मंत्रालय की ओर से आयोजित काशी-तमिल संगमम 16 दिसंबर तक चलेगा। आज होने वाले भव्य समारोह में प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ,शिक्षा व कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, केंद्रीय पशुपालन व सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री एल मुरूगन और राज्यसभा सदस्य इलैया राजा भी हिस्सा लेंगे। काशी में आयोजित होने वाले इस बड़े आयोजन के लिए जोरदार तैयारियां की गई हैं।
पीएम मोदी की पहल पर आयोजन
उत्तर और दक्षिण भारत के इस महामिलन से बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी बम-बम नजर आ रही है। 2014 में पीएम मोदी के काशी से सांसद चुने जाने के बाद महादेव की नगरी में कई बड़े आयोजन होते रहे हैं। इसी कड़ी में अब पीएम मोदी की पहल पर काशी-तमिल संगमम का आयोजन किया गया है। पीएम मोदी आज दोपहर दो बजे बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचने के बाद हेलीकॉप्टर से सीधे बीएचयू हेलीपैड पहुंचेंगे। इस मौके पर काशी से तमिलनाडु के अटूट रिश्ते पर प्रदर्शनी व मेले का भी आयोजन किया गया है। पीएम मोदी इसका भी शुभारंभ करेंगे।
मिनी तमिलनाडु बना आयोजन स्थल
आयोजन में हिस्सा लेने के लिए तमिलनाडु से प्रतिनिधियों का एक बड़ा दल काशी पहुंच चुका है। इस आयोजन की इतनी जोरदार तैयारियां की गई हैं कि एंफीथियेटर मैदान पूरी तरह से मिनी तमिलनाडु में तब्दील हो चुका है। आयोजन में हिस्सा लेने वाले मेहमानों का काशी और तमिल संस्कृति के अनुसार स्वागत किया जाएगा। मुख्य पंडाल के किनारे छोटे-छोटे स्टाल भी लगाए गए हैं जिसमें दोनों प्रदेशों के प्रमुख उत्पाद और खाद्य सामग्रियां मिलेंगी।
इसके साथ ही लोगों को उत्तर और दक्षिण भारत की संस्कृति, साहित्य, संगीत व अन्य विधाओं की झलक भी देखने को मिलेगी। आयोजन के लिए पूरे प्रांगण को रंगबिरंगी रोशनी से सजाया गया है।
बाबा के दरबार में पहुंचे तमिल अधीनम
इस बड़े आयोजन में हिस्सा लेने के लिए तमिलनाडु के नौ अधीनम शुक्रवार को ही काशी पहुंच गए। तमिलनाडु से आए अधीनम ने शुक्रवार की शाम बाबा विश्वनाथ के दरबार में हाजिरी लगाई। बाबा के दरबार में स्वस्तिवाचन डमरु दल और फूलों की बरसात से तमिलनाडु से आए अतिथियों का जोरदार स्वागत किया गया।
तमिलनाडु से आए इन धर्मगुरुओं ने बाबा विश्वनाथ का षोडशोपचार विधि से पूजन करने के साथ ही काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का भ्रमण भी किया। काशी विश्वनाथ धाम की भव्यता से वे अभिभूत नजर आए। उन्होंने काशी-तमिल संगमम के आयोजन को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि इससे उत्तर व दक्षिण को जोड़ने में मदद मिलेगी।
काशी विश्वनाथ धाम में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इन धर्मगुरुओं का स्वागत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर काशी और तमिलनाडु के बीच सदियों पुराने रिश्ते को पुनर्जीवित करने की कोशिश की जा रही है। इस आयोजन के माध्यम से महाकवि सुब्रमण्यम भारती को सच्ची श्रद्धांजलि दी जाएगी।
तमिलनाडु के प्रतिनिधियों का जोरदार स्वागत
काशी-तमिल संगमम में हिस्सा लेने के लिए तमिलनाडु से प्रतिनिधियों के आने का सिलसिला पहले ही शुरू हो चुका है। तमिलनाडु से आने वाले प्रतिनिधियों का स्टेशन और एयरपोर्ट पर जोरदार स्वागत किया जा रहा है। शुक्रवार को वाराणसी पहुंचे तमिल प्रतिनिधियों का स्टेशन पर स्वागत करने के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान खुद मौजूद थे। डमरुओं की निनाद और हर-हर महादेव के उद्घोष से बनारस स्टेशन परिसर गूंज उठा। शुक्रवार को तीन कोच से 216 यात्रियों का दल काशी पहुंचा। काशी में किए गए भव्य स्वागत से तमिलनाडु के प्रतिनिधि अभिभूत दिखे।