ऑनलाइन डेटिंग के पहले जान लें इसके जोखिम
डेटिंग प्लेटफॉर्म पर उत्पीड़न और दुर्व्यवहार झेलना पड़ सकता है
गलत मंशा वाले लोगों के सामने एक्सपोजर
Relationship News: ऑनलाइन डेटिंग ऐप्स ने कई लोगों को अन्य लोगों के साथ जुड़ने में मदद की है, लेकिन कई बार ये खतरनाक भी साबित होते हैं, खासकर महिलाओं के मामले में। कई बार महिलाओं को डेटिंग प्लेटफॉर्म पर उत्पीड़न और दुर्व्यवहार झेलना पड़ जाता है।ये संदेश सभी प्लेटफार्मों पर फैलते हैं, और पुरुषों और महिलाओं दोनों को प्रभावित करते हैं। लेकिन
गलत मंशा वाले लोगों के सामने एक्सपोजर
बड़ी संख्या में लोग मासूम किशोरों को मीठी बातों में फंसाने में लगे रहते हैं। कुछ लोग उसी उम्र के अन्य बच्चे होने का दिखावा करते हैं। नेट पर ऐसे यौन शिकारी हैं जो युवाओं, विशेष रूप से लड़कियों को मीठी बातों में फंसाते हैं, ऐसा अभिनय करते हैं जैसे वे उन्हें प्यार करते हैं। इसे ऑनलाइन ग्रूमिंग कहते हैं और यह स्कूली बच्चों के लिए एक बड़ा खतरा है।
सेक्सटिंग
यह एक बहुत ही संवेदनशील मुद्दा है। युवाओं में हार्मोनल परिवर्तन होते हैं जो वास्तव में उन्हें असहज और समझौता करने वाली स्थितियों में डाल सकते हैं। ऑनलाइन डेटिंग में आप स्क्रीन के दूसरी तरफ के व्यक्ति को नहीं जानते हैं, इसका ध्यान न रखने पर ये परिणाम हो सकते हैं –
बुली करना, भावनात्मक शोषण, नफरत फैलाना, शर्मिंदगी, आत्म सम्मान को चोट, यौन बदला, शारीरिक या भावनात्मक उत्पीड़न, डिप्रेशन। इनसे बचने के लिए जरूरी है कि यदि संभव हो तो अपने बड़े भाई, बहन या माता-पिता के साथ इस पर चर्चा करें। अपनी व्यक्तिगत तस्वीरें, विशेष रूप से नग्न तस्वीरें किसी के साथ साझा न करें। कोई भी व्यक्ति इनका दुरुपयोग कर सकता है और ये तस्वीरें भी कभी भी सार्वजनिक हो सकती हैं।
ऑनलाइन उत्पीड़न
डेटिंग साइट्स पर अगर नग्न या यौन चित्र कोई भेजता है या शेयर करता है तो यह बहुत खतरनाक हो सकता है और ऐसी समस्याएं पैदा कर सकता है जिनका मुकाबला करना बहुत कठिन हो जाये। सोशल मीडिया, चैट फ़ोरम और कई साइटें आपको ऑनलाइन उत्पीड़न के जाल में डाल सकती हैं। ऐसे में जरूरी है कि अश्लील सामग्री और उसे शेयर करने वाले को रिपोर्ट करें। अगर कोई आपको ऑनलाइन परेशान करने की कोशिश कर रहा है, तो इसकी सूचना अधिकारियों और पुलिस को दें।
प्राइवेसी
डेटिंग साइट्स, डेटिंग एप्स और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग उतना सुरक्षित नहीं है जितना आप समझते हैं। भले ही वह व्यक्ति आपके करीब हो और उसके ऐसे इरादे न हों लेकिन प्राइवेसी से हमेशा समझौता किया जाता है और आप नहीं जानते कि आपकी निजी चीजें कहां जा रही हैं। अपने नाम के से सर्च करेंगे तो निश्चित रूप से अपने सोशल मीडिया अकाउंट और तस्वीरें वहां मिल जाएंगी।
ऑनलाइन डेटिंग घोटालों का सामान पैटर्न
- – डेटिंग एप्स घोटालों में सबसे पहले स्कैमर एक नकली प्रोफ़ाइल बनाता है। वे अक्सर किसी मौजूदा (आमतौर पर आकर्षक) व्यक्ति के सोशल मीडिया या डेटिंग प्रोफाइल से तस्वीरें चुराते हैं। इन नकली आकर्षक प्रोफाइल को “कैटफ़िशिंग” के रूप में भी जाना जाता है।
- – एक बार जब आप मैच कर लेते हैं, तो स्कैमर जल्दी से बातचीत को आगे बढ़ा देता है। वे जल्दी से अपने प्यार का इजहार करेंगे और आपको डेटिंग ऐप से चैट करने के लिए कहेंगे और इसके बजाय स्नैपचैट, व्हाट्सएप या टेलीग्राम का उपयोग करेंगे।
- – कई बार आपका कॉन्फिडेंस जीतने के बाद घोटालेबाज आपसे व्यक्तिगत विवरण, उपहार या पैसे भी मांगेंगे। वे ऐसा जाल बुनेंगे करेंगे जहां उन्हें अपने बच्चों या इलाज के लिए पैसे या उन्हें परेशानी से बाहर निकालने के लिए आपकी “सहायता” की आवश्यकता होगी।
- – आपसे बातचीत के दौरान वे हमेशा आपसे व्यक्तिगत रूप से मिलने या यहां तक कि वीडियो चैट पर आने से बचने के बहाने बनाते हैं। वे आपको अपना फ़ोन नंबर दे सकते हैं, लेकिन जब आप कॉल करेंगे तो वे कभी उपलब्ध नहीं होंगे और हमेशा बाद में आपको कॉल बैक करेंगे।
- – ऑनलाइन डेटिंग घोटालों के उद्देश्य अलग अलग हो सकते हैं। हो सकता है कि स्कैमर आपकी पहचान चोरी कर ले या आपको ब्लैकमेल करे।
- – दुर्भाग्य से डेटिंग प्लेटफ़ॉर्म निजी एकाउंट्स को फूलप्रूफ वेरीफाई नहीं करते हैं। भले ही कोई कुछ भी दावा करे, स्कैमर कोई न कोई रास्ता निकाल ही लेते हैं। कई वेबसाइटें आपका फेसबुक अकाउंट मांगती हैं, लेकिन कई ऑनलाइन स्कैमर के लिए यह एक छोटा सी बात है क्योंकि उनका वह अकाउंट भी नकली हो सकता है।