ACS अमित मोहन की मुश्किलें बढ़ी
दवाओं, उपकरण में हुई खरीद पर घोटाले का आरोप
लोकयुक्त ने 28 जुलाई तक मांगा स्पष्टीकरण
लखनऊ: स्वास्थ्य विभाग में ट्रांसफर विवाद और कई आरोपों से घिरे अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद की मुश्किलें और बढ़ती जा रही है। अमित मोहन प्रसाद को लोकायुक्त संगठन की तरफ से एक नोटिस भेज कर 28 जुलाई तक जवाब मांगा गया है। लखनऊ निवासी राजेश खन्ना की तरफ से अमित मोहन प्रसाद के खिलाफ लोकायुक्त से शिकायत की गई है। उत्तर प्रदेश लोकायुक्त कार्यालय के सचिव अनिल कुमार सिंह ने अमित मोहन प्रसाद को पत्र भेजकर राजेश खन्ना के परिवाद पर उनका जवाब मांगा गया है।
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चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में डाक्टरों के तबादलों में हुई गड़बड़ी के बीच लोकायुक्त द्वारा पीपीई किट और वेंटिलेटर सहित मेडिकल उपकरण खरीद में गड़बड़ी के आरोप पर मांगे गए जवाब के बाद अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद की मुश्किलें बढ़ गई है। शिकायतकर्ता व लखनऊ निवासी राजेश खन्ना की ओर से लोकायुक्त कार्यालय में जो शिकायत दर्ज करवाई गई है, उसमें उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाईज कारपोरेशन द्वारा जानबूझकर महंगे दाम पर उपकरण खरीदने का आरोप लगाया है। अप्रैल 2021 नौ करोड़ रुपये की पीपीई किट फर्जी आदेश से खरीदने की शिकायत की गई है।
यही नहीं खून में आक्सीजन की मात्रा सहित अन्य जांच के लिए खरीदे गए एबीजी एनालाइजर के लिए रीएजेंट बाजार से कई गुना महंगे दाम पर खरीदा गया। एक व्यक्ति विशेष की तीन कंपनियों को फायदा पहुंचाया गया। वहीं पल्स आक्सीमीटर की खरीद में भी गड़बड़ी की गई। कोरोना काल के दौरान घटिया PPE किट की सप्लाई के साथ मेडिकल उपकरण द्वारा दवा खरीद के मामले में राजेश खन्ना द्वारा लोकायुक्त से शिकायतकी थी। उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य विभाग में ट्रांसफर विवाद को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एक उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित की गई थी। जिसके बाद अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद के खिलाफ कभी भी कार्रवाई हो सकती है।
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