मुगल शासक औरंगजेब ने भगवान श्रीकृष्ण के मंदिर को तुड़वाया
आगरा की मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे दबी हैं,श्रीकृष्ण की मूर्तियां
सीढ़ियों पर सभी का आवागमन बंद किया जाए
दावे की सुनवाई 23 जनवरी को की जाएगी
(उत्तरप्रदेश डेस्क) श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष वकील महेंद्र प्रताप सिंह ने एक बार फिर दावा किया है कि मुगल शासक औरंगजेब ने भगवान श्रीकृष्ण के मंदिर को तुड़वाकर उसमें स्थापित ठाकुर केशवदेव के श्रीविग्रह को आगरा भिजवाकर लाल किले की मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे दबवा दिया था।उन्होंने फास्ट ट्रैक कोर्ट सीनियर डिवीजन नीरज गौड़ की अदालत में उपरोक्त याचिका दाखिल कर एक बार फिर अनुरोध किया है कि बेगम साहिबा की मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे दबे इन विग्रहों को निकाल कर ठाकुर केशवदेव मंदिर में स्थापित किया जाए और ऐसा होने तक उन सीढ़ियों पर सभी का आवागमन बंद किया जाए।
सिविल जज सीनियर डिविजन की अदालत ने दावे को दाखिल करते हुए दावे का 888 नंबर दिया है. वहीं इस दावे में अब सुनवाई 23 जनवरी को की जाएगी. आपको बताते चलें कि श्री कृष्ण जन्म भूमि विवाद मामले में कई बार दावे दाखिल भी हो चुके हैं, लेकिन यह बात श्री कृष्ण जन्मभूमि सेना होकर बल्कि श्री कृष्ण जन्मभूमि के भगवान मूल विग्रह को लेकर दावा दाखिल किया गया है. जिसमें यह भी कहा गया है कि जो भगवान श्री कृष्ण के मूल विग्रह थे, वह आगरा स्थित लाल किले के बेगम साहिबा की मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे दबाए गए थे जिसका कि इतिहास में वर्णन है.
वादी द्वारा प्रतिवादी गण को इस बाबत दीवानी प्रक्रिया संहिता की धारा 80 के अंतर्गत नोटिस अधिवक्ता के माध्यम से जारी किए जा चुके हैं तय समय सीमा गुजर जाने के बाद भी प्रतिवादी गणों ने इसका जवाब नहीं दिया महेंद्र सिंह ने बताया कि मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे दबे भगवान के मूल विग्रह को वहां से निकलवा कर श्री कृष्ण जन्म स्थल पर सुरक्षित रखने के लिए अदालत में वाद दायर किया था क्योंकि यह लाखों करोड़ों हिंदुओं की आस्था का सवाल है. वहीं इस मामले में कोर्ट द्वारा दावे को दाखिल कर लिया गया है, जिस पर अब सुनवाई 23 जनवरी को की जाएगी.