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प्रयागराज में 1100 से अधिक सीसीटीवी कैमरे कर रहे जिले की निगरानी, आपराधिक घटनाओं पर लगा रही लगाम

  • स्मार्ट सिटी में ‘तीसरी नजर’ का पहरा

  • 1100 से ज्यादा सीसीटीवी की शहर पर नजर

  • योगी सरकार की मेहनत ला रही रंग

प्रयागराज: संगम नगरी प्रयागराज स्मार्ट सिटी में शामिल है। शहर को स्मार्ट बनाने के लिए अब तक 4 साल में 529 करोड़ रुपए खर्च हो गए हैं। 2014 में केंद्र की भाजपा सरकार बनने के बाद 24 जून 2017 को तीसरे चरण में प्रयागराज शहर का चयन स्मार्ट सिटी के लिए किया गया था। इसके बाद 2019 के दिव्य और भव्य कुंभ मेले को लेकर शहर को सजाने की तैयारी शुरू हुई। बीते 4 सालों में जहां 30 सड़कों को स्मार्ट किया गया है। वहीं, चार नए फ्लाईओवर और 8 अंडरपास बनाए गए हैं। इसके साथ ही जिले में लगभग 1100 से अधिक सीसीटीवी कैमरे और बड़ी संख्या में पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम लगाए गए हैं।

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प्रयागराज जिले में सीसीटीवी कैमरों की संख्या काफी अधिक है। कई रोड चौराहे व अधिकांश प्रतिष्ठानों पर भी सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। स्मार्ट सिटी के तहत अब तक शहर भर में लगभग 1100 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए जा चुके हैं। जिनके माध्यम से मुख्य मार्गो व संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा और निगरानी रखी जा रही है। इन कैमरों की मदद से आपराधिक घटनाओं को ट्रेस करने में पुलिस को भी मदद मिलती है। इन हाई एंड रिजोल्यूशन कैमरों से पुलिस का निगरानी तंत्र बहुत मजबूत हो गया है। वहीं, आपराधिक घटनाओं पर भी लगाम लगाने में पुलिस को आसानी हो गई है।

प्रयागराज में सिटी सर्विलांस सिस्टम के तहत 1100 से अधिक कैमरे अलग-अलग स्थानों पर लगाए गए हैं। यह सभी कैमरे आईट्रिपलसी से कनेक्ट हैं। इनका इस्तेमाल ट्रैफिक मैनेजमेंट के साथ ही सुरक्षा व्यवस्था के लिए किया जाता है। प्रयागराज के एसपी क्राइम सतीश चंद्र का कहना है कि जिले में अलग-अलग जगहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे से क्राइम कंट्रोल करने मे काफी सहूलियत मिलती है। वाहन चोरी की घटना हो, छेड़छाड़ की हो, मारपीट हो या अन्य आपराधिक संबंधित घटना हो सीसीटीवी लगने से हर तरीके से आम जनता के साथ साथ पुलिस को मदद मिली है। जिले की अधिकतर घटनाओं के वर्कआउट में इन सीसीटीवी कैमरो का अहम योगदान रहा है । जिले की कई घटनाएं ऐसी हुई हैं जिनमें सीसीटीवी की मदद ली गई है और अपराधी तक पहुंचा गया है।

एसपी क्राइम सतीश चंद्र का यह भी कहना है कि, स्मार्ट सिटी के तहत लगे सभी कैमरे की क्वालिटी काफी बेहतर है। सभी कैमरे हाई रेंज रेजोल्यूशन के हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार के सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत जल्द उन जगहों पर भी कैमरे लगाए जाएंगे जो स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत अभी बचे हुए हैं । इसके अलावा 35 से अधिक (एटीसीएस) एडाप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम को भी लगाया गया। जिससे ट्रैफिक कंट्रोल करने में काफी मदद मिलती है। इसके लगने से रोड एक्सीडेंट में काफी कमी आई है ट्रैफिक को सुचारू रूप से चलने में यह बड़ी मदद करता है। आम जनता भी स्मार्ट सिटी के तहत लगाए गए 11 सौ से अधिक सीसीटीवी कैमरे की जमकर सराहना कर रही है। मुट्ठीगंज के रहने वाले अखिलेश केसरवानी का कहना है कि चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे के कई फायदे हैं। चालान होने के डर से कोई ट्रैफिक नियम का उल्लंघन नहीं करेगा साथ ही ट्रैफिक जाम की भी समस्या कम हुई है। नैनी के गुरुनानक नगर की रहने वाली जागृति खुराना का कहना है कि महिलाओं को भी काफी लाभ हुआ है पहले ट्रैफिक सिग्नल पर चेन स्नेचिंग की घटनाएं होने का डर लगा रहता था लेकिन अब जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगे होने के चलते इसका भय भी खत्म हो गया है।

प्रयागराज से अखबारवाला.कॉम के लिए सैय्यद आकिब रजा की रिपोर्ट।

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