दिल्ली-एनसीआर की हवा हुई जहरीली
एलर्जी-सांस संबंधी मरीजों की संख्या बढ़ी
नोएडा की हवा भी हुई जहरीली
नेशनल डेस्क: दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता दिन ब दिन बिगड़ती जा रही है। यहां की हवा जहरीली हो गई है। इसकी वजह से एलर्जी और सांस संबंधी बीमारियों के मामलों में बढ़ोतरी आई है और अस्पतालों में ऐसे मरीजों की भीड़ बढ़ गई है। दिवाली के बाद से ही राजधानी दिल्ली में समग्र वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में बनी हुई है। इसके साथ ही एनसीआर के शहरों नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में है। जहरीली हवा में लोगों को सांस लेने में मुश्किलें आ रही हैं। धुंध की वजह से विजिबिलिटी भी कम हो गई है।
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शनिवार सुबह दिल्ली विश्वविद्यालय क्षेत्र में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 355, मथुरा रोड क्षेत्र में 340 और नोएडा में 392 दर्ज किया गया। इससे पहले आनंद विहार में शुक्रवार देर रात वायु गुणवत्ता सूचकांक 464 दर्ज किया गया था। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार शाम राष्ट्रीय राजधानी की समग्र वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में रही, क्योंकि शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 309 पर पहुंच गया। दिल्ली के सात इलाकों में शुक्रवार को हवा गंभीर श्रेणी में रही। वहीं नोएडा में वायु प्रदूषण बेहद गंभीर श्रेणी के करीब है और AQI 392 दर्ज किया गया है।
उत्तर-पश्चिम की तरफ जल रही पराली से लगातार दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। अगले तीन दिनों तक प्रदूषण खराब श्रेणी में बने रहने की आशंका सफर द्वारा जताई गई है। दिल्ली-एनसीआर में दिवाली के बाद से वायु प्रदूषण बढ़ गया है और यहां की हवा जहरीली हो गई है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो दिल्ली-एनसीआर में खांसी और सांस फूलने की शिकायतों के साथ-साथ सांस की बीमारियों और एलर्जी में वृद्धि देखी जा रही है। हालांकि, दिल्ली-एनसीआर के लिए दिवाली के आसपास यानी अक्टूबर-नवंबर में यह कोई नई घटना नहीं है, क्योंकि दिल्ली-एनसीआर में पटाखों और पराली के जलने की वजह से वायु प्रदूषण बढ़ जाता है और यहां की हवा जहरीली हो जाती है।
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