आज राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देश भर की सभी पंचायतों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोनवायरस महामारी ने भारत को आत्मनिर्भर बनना सिखा दिया है। उन्होंने भारत के गावों की सराहना करते हुए कहा कि गावों ने सरल शब्दों में ‘दो गज़ की दूरी’ के कथन से शारीरिक दूरी को समझाया है। जहां एक और कोरोनवायरस ने शहरों में सभी को आत्मनिर्भर होना सिखाया है वहीं पीएम मोदी ने यह भी रेखांकित किया कि अब यह जरूरी है कि गांव भी अपनी बुनियादी जरूरतों के लिए आत्मनिर्भर हो जाएं। उन्होंने आगे कहा कि कोरोनोवायरस महामारी ने नई चुनौतियों को जन्म दिया है, जो देश ने पहले कभी नहीं झेली। लेकिन इसने लोगों को कई चीजों को भी सिखा दिया है।
राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर उन्होंने यह भी कहा कि ग्राम पंचायते हमारे लोकतंत्र का अभिन्न अंग हैं। मजबूत पंचायते ही आत्मनिर्भर गांव का आधार है। जितना पंचायतें मजबूत होंगी उतना ही लोकतंत्र भी मजबूत होगा।
पीएम मोदी ने सरपंचों से यह भी कहा कि कोरोनवायरस महामारी ने हमारे जीने के तरीके को और हमारे काम करने के तरीकों को पूरी तरह से बदल दिया है। आज के समय में हम पूरी तरह से डिजिटल दुनिया में प्रवेश कर चुके हैं। भले ही हम बाहर नहीं जा सकते परंतु तकनीक की मदद से इस संकट की घड़ी में भी हम एक दूसरे से जुड़े हुए है। साथ ही पीएम ने सभी पंचायती राज पुरस्कार विजेताओं को शुभकामनाएं भी दी।
पीएम मोदी ने कहा की पिछले 5-6 वर्षों में गांवों में तेजी से ब्रॉडबैंड कनेक्शन उपलब्ध कराए गए है और यह भी सुनिश्चित किया गया है कि राष्ट्र के हर कोने में लोगों तक मोबाइल फोन पहुंचे हैं। साथ ही 1.25 लाख से ज्यादा पंचायतों तक ब्रॉडबैंड कनेक्शन पहुंच गया है और कॉमन सर्विस सेंटरों की संख्या भी तीन लाख से भी ज्यादा हो गई है।
इसके बाद उन्होंने गावों के प्रधानों और सरपंचों से यह भी पूछा कि वह किस प्रकार केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ ले रहे हैं और साथ इसपर उनकी प्रतिक्रिया भी जानी। इसी के साथ उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर चुटकी लेते हुए कहा कि उन्होंने एकबार कहा था कि दिल्ली से एक रुपया निकलता है तो 15 पैसे ही पहुचंते हैं। लेकिन आज अगर एक रुपया निकलता है तो सभी लाभार्थियों के खाते में पहुंचता है। उन्होंने यूपी के एक सरपंच से पूछा भी की क्या लोगों के पास पूरा पैसा पहुंच रहा है?
पीएम मोदी ने कोरोनवायरस महामारी को एक बड़ा संकट बताते हुए कहा कि इस घड़ी में भारत का हर नागरिक सराहनीय है। सभी नागरिक सीमित संसाधनों से हार नहीं मान रहे हैं बल्कि इससे लोहा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि चाहे कितनी भी रुकावटे आए, परेशानी आए लेकिन नई ऊर्जा के साथ देश को आगे बढ़ाने का काम जारी है।
इस दौरान पीएम मोदी ने गावों में विकास से जुड़ी योजनाओं को तैयार करने और लागू करने के लिए ई-ग्राम स्वराज वेबसाइट भी लांच की। साथ ही इस वेबसाइट के महत्व के बारे में भी बताया।
प्रधान मंत्री ने ई-ग्राम स्वराज पोर्टल पर विस्तार से बताते हुए कहा कि यह ग्राम पंचायतों के पूर्ण डिजिटलीकरण की दिशा में एक कदम है। भविष्य में यह पोर्टल एक एकल मंच बन जाएगा, जो ग्राम पंचायतों द्वारा किए गए सभी कर्यों का रिकॉर्ड रखेगा। इस पोर्टल पर विकास कार्यों के सभी विवरण, उनके लिए आवंटित धन का सारा डेटा उपलब्ध होगा और साथ ही इस पोर्टल के माध्यम से ग्रामीण अपने मोबाइल फोन पर सभी डेटा पा सकेंगे। इस वजह से सरकारी कार्यों में पारदर्शिता भी बढ़ेगी।
इसी के साथ ही पीएम मोदी ने दूसरी योजना स्वामीत्व योजना भी शुरू की। इस योजना के तहत ड्रोन के उपयोग सहित नवीनतम सर्वेक्षण विधियों के उपयोग के साथ ग्रामीण क्षेत्रों की भूमि के सीमांकन को सुनिश्चित किया जाएगा। यह योजना गांव की संपत्तियों को ठीक करने का एक प्रयास है। सभी की संपत्तियों की ड्रोन से मैपिंग होने के बाद उन्हें एक मालिकाना प्रमाणपत्र भी दिया जाएगा। इससे संपत्ति को लेकर उत्पन हुए सभी भ्रम दूर हो जाएंगे। साथ ही गावों के विकास की योजनाओं की प्लानिंग भी सही ढंग से हो पाएगी। स्वामित्व का पता होने से बैंकों से लोन लेने में भी आसानी होगी। फिलहाल यह योजना सिर्फ 6 राज्यों में शुरु होगी। जिनमें उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश , उत्तराखंड, कर्नाटक, हरियाणा और महाराष्ट्र शामिल हैं। सिर्फ इन 6 राज्यों में काम करने से संभावित गलतियों के बारे में पता चल सकेगा और भविष्य में होने वाली गलतियों से भी बचा जा सकेगा। पूरी तरह सुधार होने के बाद अन्य राज्यों को भी इस योजना से जोड़ा जाएगा।
पीएम मोदी ने अंत में सरपंचों से यह भी कहा कि इन दोनों योजनाएं से शहरों और गांवों के बीच दूरी कम करने में मदद मिलेगी। यह योजनाएं पूरी तरह से पंचायतों को डिजिटलीकरण करने में मदद करेंगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सभी को ई-ग्राम स्वराज वेबसाइट से जरूर जुड़ना चाहिए। इन योजनाओं का सभी को बेहद लाभ मिलेगा और संपत्ति के साथ-साथ आय का रिकॉर्ड रखने में भी मदद मिलेगी।