इस्लामिक स्टेट के खुरासान मॉड्यूल पर NIA का एक्शन
एमपी और महाराष्ट्र के 5 ठिकानों पर छापेमारी
19 नवंबर को मैंगलोर में आईईडी विस्फोट की योजना
नेशनल डेस्क: राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण ने भारत में अपनी गतिविधियों का विस्तार करने के लिए वैश्विक आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट द्वारा रची गई साजिश का पर्दाफाश करने के लिए चल रही अपनी जांच के तहत मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में पांच स्थानों पर छापे मारे। पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
आतंकवाद निरोधी संघीय एजेंसी के एक प्रवक्ता ने बताया कि मध्य प्रदेश के सिवनी में चार स्थानों और महाराष्ट्र के पुणे में एक स्थान पर संदिग्ध व्यक्तियों के घरों में अलग-अलग टीमों द्वारा तलाशी ली गई। अधिकारी ने बताया कि जानकारी मिलने के बाद एनआईए की टीमों ने पुणे में संदिग्ध तल्हा खान और सिवनी में अकरम खान के आवासों पर इस्लामिक स्टेट- खुरासान प्रांत Islamic State-Khorasan Province मामले में तलाशी ली। प्रवक्ता ने बताया, दिल्ली के ओखला से कश्मीरी दंपती की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ द्वारा शुरू में यह मामला दर्ज किया गया। दंपती को आईएसकेपी से संबद्ध पाया गया।
एजेंसी ने कहा, एक अन्य आरोपी अब्दुल्ला बासित की भूमिका भी सामने आई है, जो पहले से ही एक अन्य मामले में तिहाड़ जेल में बंद था। उसी दिन एनआईए ने शिवमोगा आईएस साजिश मामले में सिवनी में तीन अन्य स्थानों पर तलाशी ली। जिन स्थानों की तलाशी ली गई उनमें संदिग्ध अब्दुल अजीज सलाफी और शोएब खान के आवासीय और व्यावसायिक परिसर शामिल थे।
शिवमोगा मामले में विदेश से रची साजिश के तहत आरोपी व्यक्ति मोहम्मद शरीक, माज मुनीर खान, यासीन और अन्य ने विदेशों में स्थित अपने आकाओं के निर्देश पर गोदामों, शराब की दुकानों जैसी सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को निशाना बनाया गया। हार्डवेयर की दुकानों, वाहनों और एक विशेष समुदाय के सदस्यों से संबंधित अन्य संपत्तियों और आगजनी और तोड़फोड़ की गई और 25 से अधिक घटनाओं को अंजाम दिया।
एनआईए ने आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट के भारत में अपनी गतिविधियों का विस्तार करने के लिए रची गई साजिश का पर्दाफाश करने के लिए छापेमारी की। एजेंसी के प्रवक्ता ने बताया कि इस्लामिक स्टेट- खुरासान प्रांत मामले में पुणे में संदिग्ध तल्हा खान और सिवनी में अकरम खान के घरों की तलाशी ली गई। एजेंसी के मुताबिक, इन लोगों ने एक मॉक आईईडी ब्लास्ट भी किया। उन्हें उनके ऑनलाइन हैंडलर द्वारा क्रिप्टो-करंसी से फाइनेंसियल सपोर्ट दिया जा रहा था। बड़ी साजिश के तहत, आरोपी मोहम्मद शरीक ने पिछले साल 19 नवंबर को मैंगलोर के कादरी मंदिर में आईईडी विस्फोट करने की योजना बनाई थी। हालांकि, आईईडी एक हादसे में समय से पहले ही फट गया था। 40 वर्षीय अब्दुल सलाफी सिवनी जामिया मस्जिद में मौलाना हैं, जबकि 26 वर्षीय शोएब ऑटोमोबाइल स्पेयर पार्ट्स बेचते हैं।