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फेसबुक रील पर अब नहीं मिलेगा पैसा, सामने आई ये वजह

  • फेसबुक रील पर अब नहीं मिलेगा पैसा

  • 2021 में हुई थी फेसबुक की शुरुआत

  • शॉर्ट वीडियो आज सोशल मीडिया पर सबसे लोकप्रिय

National Desk: फेसबुक और इंस्टाग्राम पर रील बनाने वालों के लिए एक बुरी खबर है। अब क्रिएटर्स को कोई बोनस पेमेंट नहीं किया जाएगा। अभी तक एक निश्चित संख्या के व्यूज पाने वाले रील क्रिएटर्स को मेटा कंपनी बोनस यानी पैसा भी देती थी। लेकिन अब इसे बन्द किया जा रहा है।

मेटा कंपनी ने रील बनाने और विशिष्ट बेंचमार्क हिट करने के लिए क्रिएटर्स को बोनस देने की शुरुआत 2021 में कई थी। इस प्रोग्राम का उद्देश्य कंटेंट क्रिएटर्स को ज्यादा से ज्यादा शार्ट वीडियो कंटेंट बनाने के लिए प्रोत्साहित करना था। लेकिन अब इसे समाप्त कर दिया गया है। ये शटडाउन फेसबुक पर सभी रील्स क्रिएटर्स और इंस्टाग्राम पर अमेरिका आधारित क्रिएटर्स को प्रभावित करेगा। इंस्टाग्राम प्रोग्राम केवल अमेरिका में स्थित क्रिएटर्स के लिए उपलब्ध था। प्रोग्राम की समाप्ति बताती है कि प्लेटफ़ॉर्म अपने शॉर्ट वीडियो की लोकप्रियता के आधार पर भुगतान करने वाले क्रिएटर्स से पीछे हटना चाह रहा है। लेकिन मेटा अभी भी 30 दिनों के लिए बोनस के लिए किसी भी कमिटमेंट का सम्मान करेगा।

मेटा ने बताया कि यदि रील्स एक नए बाजार में प्रवेश करते हैं तो यह “टारगेट” तरीकों से कार्यक्रम को फिर से प्रस्तुत कर सकता है। वैसे मेटा की ये बात अपने आप में अजीब है क्योंकि शॉर्ट वीडियो प्रोडक्ट 150 से अधिक देशों में पहले से ही उपलब्ध है। तो फिर मेटा किस नए बाजार की बात कर रहा है?

बहरहाल, बोनस कार्यक्रम के तहत क्रिएटर्स को अच्छा पैसा मिला है। कई क्रिएटर्स को बोनस के तौर पर महीने में दस दस लाख रुपये तक मिले हैं। इन क्रिएटर्स को अपनी रील्स पर लाखों व्यूज बटोरे थे, और मेटा इस फॉर्मेट को और लोकप्रिय बनाने के लिए पैसा बांटकर खुश थी।

जोर विज्ञापन पर

शॉर्ट वीडियो आज सोशल मीडिया पर सबसे लोकप्रिय प्रारूपों में से एक है, सो ये मुमकिन है कि मेटा शायद विज्ञापन के जरिये कमाई करने की कोशिश कर रहा है। पिछले साल इसने इन-स्ट्रीम विज्ञापनों को प्रदर्शित करने के अलावा 50 से अधिक देशों में अपने ओवरले विज्ञापन प्रयोग को क्रिएटर्स तक विस्तारित किया था। इन दोनों विज्ञापन प्रारूपों के लिए, कंपनी क्रिएटर्स के साथ 55 फीसदी राजस्व साझा करती है। पिछले साल मार्क जुकरबर्ग ने कहा था कि रील्स 1 बिलियन डॉलर वार्षिक राजस्व दर पर पहुंच गए हैं। लेकिन उन्होंने बाद में ये भी कहा कि रील्स अभी तक पर्याप्त पैसा नहीं कमा रही है।

मेटा द्वारा बोनस रोकने के बाद अब क्रिएटर्स को टिकटॉक या यूट्यूब शॉर्ट्स के बजाय मेटा के प्लेटफॉर्म पर शॉर्ट वीडियो पोस्ट करने के लिए कोई प्रोत्साहन नहीं रहेगा। हालांकि फेसबुक ने रीलों पर पैसा कमाने के लिए रचनाकारों को अधिक मोनेटाईजेशन उपकरण देने का वादा किया है।

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