• देश में सर्वाधिक सैंपल जांच करने में यूपी का दूसरा स्थान
• गैर राज्यों से यूपी में वापसी के लिए 29 ट्रेनों की व्यवस्था
• प्रदेश में अबतक 2859 केस, 65 जनपद कोरोना से प्रभावित
• कोरोना वायरस के संबंध में अपर मुख्य सचिव, गृह एवं प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने लोकभवन में की प्रेस कॉन्फ्रेंस
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को टीम 11 के साथ कोरोना संक्रमण पर उपचार व बचाव के साथ ही औद्योगिक संस्थानों के हालात पर समीक्षा की। प्रदेश में उद्योगों को शुरू करने के लिए विशेष अभियान चलाने और जरूरी हो तो नीतियों में भी बदलाव करने का आदेश सीएम योगी ने अधिकारियों को दिया। वहीं सीएम योगी ने अब विदेशों से भी प्रवासी लोगों को लाने के लिए कार्य योजना बनाने का निर्देश दिया। इसके लिए विदेश मंत्रालय से दिशा निर्देश भी लेने का निर्देश मिला है।
उक्त जानकारी मंगलवार को यहां लोकभवन में कोरोना वायरस के संबंध में किए गए प्रेस कांफ्रेंस में अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने पत्रकारों को दी। अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरे प्रदेश में उद्योगों के संचालन की विशेष समीक्षा की है। सीएम योगी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि प्रदेश स्तर पर विशेष अभियान चलाते हुए औद्योगिक क्षेत्र को गति दी जाए साथ ही उद्योगों को शुरू कराया जाए। इसके लिए सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है।
अपर सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समीक्षा बैठक में निर्देश दिया कि हर हालत में प्रदेश के उद्योग धंधों को गति देने पर विशेष बल दिया जाए। संभव हो तो सेक्टोरियल नीतियां बनाई जाएं। सीएम योगी ने सिंगल विंडो और लेबर रिफार्म पर 2 दिनों के अंदर प्रस्ताव बनाकर उन्हें जल्द से जल्द फैसला करने की बात कही है।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिशा निर्देशन में अब तक 63 हजार 958 से अधिक लोगों को यूपी में वापस लाया गया है। उन्होंने बताया कि सीएम योगी के निर्देश पर जनसुवाई पोर्टल jansunwai.up.nic.in के द्वारा भी प्रवासी लोगों की समस्याओं का समाधान करने की बात कही है। उन्होंने बताया कि jansunwai.up.nic.in के माध्यम से प्रवासी नागरिक सहयोग ले सकते हैं। इस पोर्टल पर कोई भी नाम पता दर्ज कर सहायता प्राप्त कर सकता है।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को प्रदेश व गैर प्रदेश ही नहीं बल्कि उन लोगों की भी चिंता है जो विदेशों में हैं। उन्होंने बताया कि भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के सहयोग से यूपी के ऐसे लोग जो विदेशों में हैं उन्हें लाने की योजना की तैयारी करने का निर्देश दिया गया है। ऐसे लोगों को लाने के लिए लखनऊ और बनारस एयरपोर्ट की सेवा ली जाएगी। साथ ही वहीं पर क्वारंटीन व स्वास्थ्य परिक्षण की भी सुविधा स्थापित करने का निर्देश सीएम योगी ने दिया है।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश के लिए लगातार श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अभी तक 10 से अधिक ट्रेन आ चुकी हैं। मंगलवार को भी 5—6 ट्रेनों के आने की संभावना उन्होंने व्यक्त की है। उन्होंने बताया कि 9 ट्रेनें उत्तर प्रदेश के लिए चल चुकी हैं और 6 अन्य ट्रेनों को उत्तर प्रदेश आने के लिए सहमति दे गई है। उन्होंने बताया कि गैर राज्यों से उत्तर प्रदेश में लोगों की वापसी के लिए यूपी सरकार ने 29 ट्रेनों की व्यवस्था की है।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल दिशा निर्देशन में कोरोना से रिकवरी का प्रतिशत लगातार बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में कोरोना से रिकवरी की दर 33 प्रतिशत है जबकि देश का रिकवरी दर 27 प्रतिशत है। देश से उत्तर प्रदेश का रिकवरी दर 6 प्रतिशत अधिक है। इस प्रतिशत को और अधिक बढ़ाने के लिए सीएम योगी ने स्वास्थ्य और चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया है।
प्रदेश में अबतक 2859 केस, 65 जिले कोरोना से प्रभावित: प्रमुख सचिव स्वास्थ्य
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में अबतक 2859 केस सामने आए हैं। जिनमें 1862 एक्टिव केस हैं। उपचार के बाद 2859 में से 944 पेशेंट पूरी तरह स्वस्थ हो गए हैं और उन्हें घर भेज दिया गया है। प्रदेश के 65 जनपद कोरोना से प्रभावित हुए हैं। उन्होंने बताया कि सोमवार को कोरोना के 3355 सैंपल भेज गए थे, जिसमें पिछले सैंपलों के सहित 3521 सैंपलों की टेस्टिंग की गई।
प्रमुख स्वास्थ्य ने बताया कि रविवार को 1440 सैंपलों को मिलाकर 300 सैंपलों का पूल टेस्ट किया गया। जिसमें 34 पूल सैंपल पॉजिटीव मिले। उन्होंने बताया कि पूरे देश में सबसे अधिक सैंपल टेस्ट करने वाली सूची में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर आ गया है। सोमवार को प्राइवेट और सरकारी लैबों में 1 लाख 1 हजार 630 सैंपलों की जांच की गई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 660 प्राइवेट अस्पतालों में आपातकालीन और जरूरी सेवा शुरू कर दी गई है। वहीं प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में आपातकालीन सेवा अब उपलब्ध है।