अमृतपाल सिंह को लेकर ओवैसी का सरकार से सवाल
हथियार मिलने के बावजूद यूएपीए का केस क्यों नहीं हुआ दर्ज ?
पुलिस से दो कदम आगे है अमृतपाल
Owaisi on Amritpal. खालिस्तान समर्थक और कट्टरपंथी सिख संगठन वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह पिछले एक हफ्ते से अधिक समय से फरार है। पुलिस खालिस्तानी नेता को भगोड़ा घोषित कर पंजाब के अलावा अगल-बगल के राज्यों में भी छापेमारी कर रही है, लेकिन अभी तक अमृतपाल का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। इस बीच अमृतपाल सिंह के मसले पर एआईएमआईएम सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने एक ट्वीट किया है। जिसमें उन्होंने सरकार पर इस मामले में दोहरा चरित्र अपनाने का आरोप लगाया है।
हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने अपने ट्वीट में सरकार से तीन सवाल किए हैं, जिनमें पहला प्रश्न भगोड़े अमृतपाल सिंह को लेकर ही है। उन्होंने कहा कि भारी मात्रा में हथियार बरामद होने के बावजूद अमृतपाल के खिलाफ यूएपीए के तहत केस दर्ज क्यों नहीं किया गया ?
एआईएमआईएम चीफ का दूसरा सवाल अडानी-हिंडनबर्ग मसले को लेकर है। जिसमें वो पूछते हैं कि हिंडनबर्ग के आरोपों पर अडानी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का कोई केस दर्ज क्यों नहीं किया गया या फिर सेबी पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई ?
ओवैसी ने तीसरा सवाल पूछते हुए कहा कि अमीर पीई निवेशकों को टैक्स में छूट प्रदान क्यों की गई और मध्यम वर्ग को इससे दूर क्यों रखा गया है?
Some questions from a common man:
1. Why no UAPA case against Amritpal, despite heavy cache of weapons recovered?
2 Why no FIR on money laundering in Hindenburg's allegations against Adani Or action by SEBI?
3 Why tax sops for rich PE investors and none for middle class?
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) March 25, 2023
पंजाब पुलिस के सैंकड़ों जवान भगोड़े खालिस्तान समर्थक अलगाववादी नेता अमृतपाल सिंह की तलाश पिछले कई दिनों से कर रही है। पुलिस ने 200 से अधिर उसके करीबियों को भी गिरफ्तार किया है। जिनमें से कुछ को पंजाब से काफी दूर असम की जेल में रखा गया है। पुलिस ने अमृतपाल के कुछ समर्थकों के खिलाफ रासुका जैसे कठोर कानून के तहत केस भी दर्ज किया है। उसके चाचा हरजीत सिंह भी सरेंडर कर चुके हैं। लेकिन फिर भी वो पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
अमृतपाल पंजाब से लेकर हरियाणा तक में कई सीसीटीवी फुटेज में नजर आ चुका है। लेकिन पुलिस के पहुंचने से ऐन पहले वो मौके से फरार होने में कामयाब रहता है। इससे साबित होता है कि पुलिस से वो दो कदम आगे ही चल रहा है। बताया जा रहा है कि कट्टरपंथी सिख नेता पुलिस के दांवपेंच से पूरी तरह वाकिफ है। क्योंकि उसका एक अन्य चाचा सुखचैन सिंह कुछ समय पहले ही पंजाब पुलिस से रिटायर हुआ है। माना जा रहा है कि अपने चाचा के जरिए ही अमृतपाल पुलिस की कार्यप्रणाली से पूरी तरह वाकिफ है। पुलिस को चकमा देकर कैसे फरार होना है, उसके गुर भी उसने अपने चाचा से ही सीखे होंगे।
बता दें कि रिटायर्ड पुलिसकर्मी और अमृतपाल का चाचा सुखचैन सिंह का दावा है कि उसका भतीजा पंजाब पुलिस के गिरफ्त में है। पुलिस उसे कुछ और बनाकर बाद में पेश करेगी। उसे सोची-समझी साजिश के तहत कोर्ट में पेश नहीं किया जा रहा है।