न्यूयॉर्क। न्यूयॉर्क में आयोजित हो रहे एक सप्ताह लंबे साहित्य उत्सव में भाग लेने के लिए तमाम भारतीय लेखक और हस्तियां ऑनलाइन-ऑफलाइन शहर में जमा हो रही हैं, जहां वे दुनिया के साथ भारतीय अनुभव और मूल्यों को साझा करेंगे। कला एवं संस्कृति के क्षेत्र के प्रतिष्ठित संगठन, ‘द इंडो अमेरिकन आर्टस काउंसिल (आईएएसी)’ का आठवां वार्षिक साहित्य उत्सव सोमवार से शुरू हुआ।
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आयोजन की शुरूआत नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के साथ बातचीत से हुई। आईएएसी के उपाध्यक्ष राकेश कौल द्वारा जारी बयान के अनुसार आईएएसी साहित्य उत्सव उन लेखकों को सामने लाता है जो भारतीय अनुभवों और मूल्यों से जुड़ी कहानियां दुनिया के सामने पेश करते हैं। वे हमारे लिए साहित्यिक अनुभव के नये मानदंड तय करते हैं, हमारी कल्पनाओं को नयी उड़ान देते हैं और अपने नेतृत्व से मानवता का भविष्य तय करते हैं।
न्यूयॉर्क में 7 से 13 नवंबर तक आयोजित हो रह एक सप्ताह लंबे उत्सव में भारत में जन्मी ब्रिटिश शेफ आस्मा खाना, मिशलिन स्टार शेफ विकास खन्ना, अभिनेत्री, नृत्यांगना और कोरियोग्राफर रुक्मणी विजयकुमार, प्रिया कुमारी और राजा मीर मुख्य वक्ता होंगे। उत्सव में भाग ले रहे 27 लेखकों की लेखनी सभ्यता के विभिन्न क्षेत्रों, पुरातत्व, डिजाइन, डांस, इतिहास और खाना-खजाना जैसे तमाम क्षेत्रों को छूती है। उत्सव का समापन 13 नवंबर को भव्य दावत के साथ होगा।
इस उत्सव में भौतिक रूप से शामिल होने वाले लेखकों में टॉम्ब ऑफ सैंड: ए नॉवेल की लेखिका गीतांजलि शामिल हैं । इसका अनुवाद डेज़ी रॉकवेल ने किया है, और इसे इस साल प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार दिया गया था। इसके अलावा चेन रिएक्शन – द फ्यूचर ऑफ़ हाउ वी लिव एंड वर्क की लेखिका एलिज़ेबेथ वर्गीस, टाटा का नेतृत्व प्रयोग: टाटा प्रशासनिक सेवा की कहानी के लेखक भरत वखलू, मुकुंद राजन, सोनू भसीन और, टू हेल एंड बैक: ह्यूमन्स ऑफ़ कोविड की लेखिका तथा मीडिया पर्सनैलिटी बरखा दत्त, ए कंट्री कॉल्ड चाइल्डहुड की लेखिका अभिनेता दीप्ति नवल और पद्म सुनीता कोहली भी इसमें भाग लेंगी।
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