- बीजेपी नेता गास्ती का निधन
- कोरोना की चपेट में आ गए थे राज्यसभा सांसद
- 18 वर्ष की उम्र से बीजेपी से थे जुड़े
नेशनल डेस्क : बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद अशोक गास्ती का गुरुवार को कोरोना वायरस की वजह से बेंगलुरु में निधन हो गया। कोरोना वायरस की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें 2 सितंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
गास्ती का राजनीतिक सफर…
इस साल 22 जुलाई को कर्नाटक पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष के रूप में कार्य करने वाले भाजपा नेता अशोक गास्ती ने राज्यसभा सांसद के रूप में शपथ ली थी।
कर्नाटक के रायचूर जिले में बीजेपी को संगठित और मजबूत बनाने का श्रेय गास्ती को दिया जाता है। गास्ती 18 साल की उम्र से ही बीजेपी से जुड़ गए थे, जिसके बाद उन्होंने अपने जीवन के इतने साल बीजेपी को समर्पित कर दिए। गास्ती कर्नाटक बीजेपी के युवा मोर्चा के अध्यक्ष भी रह चुके थे। पेशे से वकील, गास्ती को कर्नाटक के रायचूर जिले में भाजपा के आयोजन का श्रेय दिया जाता है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सदस्य ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ता के रूप में रैंक हासिल किया।
गास्ती को वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था
कोविड-19 से संक्रमित अशोक गास्ती का बेंगलुरु के मणिपाल अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जहाँ उनका इलाज चल रहा था। बता दें कि अभी अस्पताल की तरफ से सांसद की मौत की असल वजह को लेकर कोई बयान नहीं आया है। लेकिन उनके परिजनों से मिली जानकारी के मुताबिक, सांसद को सांस लेने में तकलीफ थी और उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। गास्ती 55 वर्ष की आयु में ईश्वर को प्यारे हो गए ।
लोकसभा स्पीकर ने ट्वीट कर किया शोक प्रकट
भाजपा नेता के निधन पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने शोक जताया और परिवार के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की।