- BJP पर बरसे सपा के तीखे बोल
- सवालों के घेरे में BJP
- सपा सदस्य ने किया बड़ा दावा
नेशनल डेस्क : संसद सत्र में विपक्षी पार्टियाँ लगातार केंद्र पर निशाना साध रही है। जहाँ एक तरफ कांग्रेस ने सरकार को भारत-चीन के मसले पर कटघरे में खड़ा किया है, वहीं दूसरी तरफ सपा अन्य मुद्दों को लेकर बीजेपी पर सवालों के तीर छोड़ रही है। राज्यसभा में गुरुवार को शून्य काल के दौरान समाजवादी पार्टी ने केंद्र सरकार से सवाल किया कि पिछड़े वर्ग के लिये आरक्षित कोटा अब तक नहीं भरा गया है? इसके अलावा लंबे समय से भर्ती क्यों नहीं हुईं?
10 प्रतिशत ही भरी गई रिक्तियाँ, निषाद ने किया दावा
उच्च सदन में सपा के प्रतिनिधी विश्वंभर प्रसाद निषाद का कहना है कि केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में पिछड़ा वर्ग के लिए तय 27 फीसदी कोटे की रिक्तियों पर लंबे समय से भर्ती नहीं हुई है। निषाद ने दावा किया कि 1994 से अब तक केवल 10 फीसदी रिक्तियां ही भरी गई हैं। उन्होंने कहा ”केंद्रीय विश्वविद्यालयों में तो पिछड़ा वर्ग की रिक्तियों पर भर्ती का आंकड़ा लगभग शून्य है।” निषाद ने इन रिक्तियों पर अब तक भर्ती नहीं होने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग भी की। उन्होंने कहा कि आरक्षित पदों की रिक्तियों को लंबे समय से नहीं भरे जाने की वजह से पिछड़ा वर्ग के युवाओं में गंभीर रोष व्याप्त है।
पिछड़ा वर्ग महसूस कर रहा असुरक्षित
समाजवादी पार्टी के सदस्य निषाद के बयान के बाद अन्नाद्रमुक के एन गोकुल कृष्णन ने कहा कि केंद्र सरकार के कार्यालयों और मेडिकल क्षेत्र में नौकरियों को लेकर समाज के पिछड़े वर्ग के लोगों में अनिश्चितता और असुरक्षा की भावना बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि मंडल आयोग की सिफारिशों को लागू हुए 20 साल हो गए हैं, लेकिन ये सिफारिशें अभी कागज पर ही हैं और केंद्रीय सेक्टर के कर्मचारियों में पिछड़ा वर्ग के कर्मियों की संख्या मुश्किल से पांच फीसदी ही है।