आजम के खिलाफ और केस दर्ज होने पर सपा नाराज
केस दर्ज करने के विरोध में डीजीपी से मिले सपा नेता
पुलिस मुख्यालय जाकर डीजीपी को सौंपा ज्ञापन
लखनऊ: आजम खां के खिलाफ रामपुर में कुछ दिन पहले और केस दर्ज होने का विरोध होने लगा है। आजम खां के खिलाफ दर्ज दो और केस के विरोध में समाजवादी पार्टी के नेता लामबंद हो गए है। आजम खान के खिलाफ हाल में दर्ज किए गए गवाह को धमकाने समेत 2 मुकदमे वापस लेने की मांग को लेकर समाजवादी पार्टी प्रतिनिधिमंडल ने आज सोमवार को यूपी के डीजीपी से मुलाकात की है। सपा नेताओं का कहना है कि कोर्ट में चल रहे एक मामले के गवाह की ओर से आजम खान के खिलाफ निराधार और झूठी एफआईआर दर्ज कराई गई है।
रामपुर में आजम खां के साथ ही उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ और केस दर्ज होने के मामले में अब समाजवादी पार्टी के नेता मुखर होने लगे हैं। लखनऊ में समाजवादी पार्टी के नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय जाकर पुलिस महानिदेशक देवेन्द्र सिंह चौहान से भेंट करने के बाद ज्ञापन भी सौंपा। समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल के साथ विधायक मनोज कुमार पाण्डेय, विधायक रविदास मेहरोत्रा तथा विधायक अरमान खां ने डीजीपी को ज्ञापन सौंपा है। डीजीपी से मुलाकात करने के बाद समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश की सरकार पर आजम खां को काफी प्रताडि़त करने का आरोप लगाया है।
बता दें कि रामपुर में आजम खां के खिलाफ वादी को धमकाने का केस दर्ज किया गया है। आजम खां के साथ ही पांच अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। करीब 28 महीने तक सीतापुर जेल में बंद आजम खां प्रकरण पर रामपुर के पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार ने बताया कि आजम खां तथा पांच अन्य लोगों के खिलाफ एक मामले के गवाह तथा वादी को धमकाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मामले की जांच की जा रही है। यह प्राथमिकी रामपुर शहर के बोरिया इलाके के रहने वाले नन्हे की शिकायत पर दर्ज की गई है। आजम खां के खिलाफ एक जमीन पर अवैध कब्जे से जुड़े मुकदमे में नन्हे गवाह है। इस केस को 2019 में दर्ज किया गया था और जिले की एमपी एमएलए अदालत में इसकी सुनवाई चल रही है।
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