यूपी डेस्क: अपनी मांगों को लेकर वाराणसी में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का अनशन रविवार को दूसरे दिन भी जारी है। आपको बता दें कि ज्ञानवापी परिसर में पूजा की मांग को लेकर शनिवार से श्रीविद्या मठ में अनशन पर बैठे हुए हैं। उन्होंने आज सुबह भी अन्न और जल नहीं ग्रहण किया। इसके बाद उन्होंने मौन धारण कर लिया।
श्रीविद्या मठ और उसके आसपास का इलाका छावनी में तब्दील
फिलहाल श्रीविद्या मठ और उसके आसपास का इलाका छावनी में तब्दील है। वाराणसी कमिश्नरेट के अफसरों ने पुलिस और लोकल इंटेलिजेंस यूनिट को विशेष सतर्कता बरतने की चेतावनी दी है। वहीं, अनशन पर बैठे स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के समर्थन में आज शाम 4 बजे श्रीविद्या मठ में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है, जिसमें 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा।
बीती 2 जून को शंकराचार्य जगद्गुरु स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य प्रतिनिधि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा था कि ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग प्रकट हुआ है। इसलिए 4 जून को वह 71 बटुकों, संतों, पुजारियों और ब्रह्मचारी के साथ वह ज्ञानवापी मस्जिद में प्रकट हुए शिवलिंग का दर्शन-पूजन करने जाएंगे।
4 जून की सुबह स्वामीअविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती श्रीविद्या मठ से बाहर निकलने के लिए बढ़े तो भारी पुलिस पुलिस ने केदार घाट स्थित श्री विद्यामठ से बाहर निकलने से रोक दिया। इससे नाराज स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद मठ के दरवाजे पर ही अनशन पर बैठ गए। कहा कि जबतक हम दर्शन-पूजन नहीं कर लेते तब तक हम अन्न-जल ग्रहण नहीं करेंगे।
लॉ एंड ऑर्डर को देखते हुए वहां किसी को पूजा-पाठ की अनुमति नहीं: पुलिस
वहीं, पुलिस की ओर से कहा गया कि आपको पहले ही बताया जा चुका है कि जहां आप पूजा करने जाना चाहते हैं वह स्थान अदालत के आदेश से सील है। लॉ एंड ऑर्डर को देखते हुए वहां किसी को पूजा-पाठ की अनुमति नहीं दी जा सकती है।
वहीं, स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का कहना है कि एक बार कोई पूजा के लिए निकल जाता है तो बिना पूजा किए भोजन नहीं करता है। हम भी पूजा के लिए निकल चुके थे। अब जब तक पूजा नहीं कर लेते भोजन नहीं कर सकते हैं। अब मठ में वापस भी नहीं जा सकते हैं। इसलिए पूजा की इजाजत मिलने तक गेट पर ही बैठेंगे।
स्वामी की याचिका पर कल होगी सुनवाई
प्रभारी जिला जज की अदालत में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती की तरफ से ज्ञानवापी स्थित आदि विश्वेश्वर के पूजा-पाठ के लिए अर्जेंट नेचर की याचिका शनिवार को दाखिल की गई है। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के अधिवक्ता रमेश उपाध्याय ने अदालत में कहा कि याचिका में जो याचना की गई है वह अर्जेंट नेचर का है। आदि विश्वेश्वर के राग-भोग और पूजन-अर्चन को प्रतिवादियों द्वारा रोक दिया गया है। वहीं, उन्होंने कहा कि अदालत याचिका पर 6 जून को सुनवाई करेगी।