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समाज के ये सात लोग जिनको नहीं लगाना चाहिए कभी पैर,आइए जाने क्या कहती है चाणक्य नीति
समाज के ये सात लोग जिनको नहीं लगाना चाहिए कभी पैर,आइए जाने क्या कहती है चाणक्य नीति

समाज के ये सात लोग जिनको नहीं लगाना चाहिए कभी पैर,आइए जाने क्या कहती है चाणक्य नीति

  • समाज में ब्राह्मण का बहुत खास स्थान होता है

  • अग्नि को शास्त्रों में देवता माना जाता है

  • कुंवारी लड़की को देवी का रूप माना जाता है,

धर्म डेस्क: हमारे देश में बच्चों को बचपन से ही संस्कार दिए जाते हैं कि जो लोग हमसे बड़े हैं, सम्मानीया लोग हैं और वस्तुएं हैं, उन्हे कभी पैर नहीं लगाना चाहिए. वहीं, हमारे समाज में कहा जाता है कि इन चीजों को पैर से छूने से हम पाप के भागी बन जाते हैं. चाणक्य की नीतिया भी हमें यही सिख देती है.इन संस्कारो का हमारे जीवन में होना बहुत ही जरूरी हैं.

यह चाणक्य नीति हमारे जीवन को बहुत आसान बनाती है. आचार्य चाणक्य ने अपने नीति ग्रंथ में 7 लोगों का जिक्र किया है, जिन्हें कभी गलती से भी पैर नहीं मारना चाहिए, अन्यथा व्यक्ति के साथ-साथ आने वाली पीढ़ियों को भी दोषी बना देती है और धीरे-धीरे पूरा कुल का नाश हो जाता है.

सात लोग जिनकों कभी पैर नहीं लगाना चाहिए:

1. ब्राह्मण
समाज में  ब्राह्मण को बहुत खास स्थान दिय गया है. किसी भी शुभ काम में हम  ब्राह्मण को पहले भोजन कराते हैं,उसके बाद ही अपने काम की शुरुआत करते हैं. कहते हैं कि  ब्राह्मण का कभी तिरस्कार नहीं करना चाहिए.

2. गुरु
भारत में गुरु को माता-पिता से भी बढ़कर स्थान दिया गया है.कहते है कि गुरु को हमेशा मान सम्मान देना चाहिए. वहीं, जो लोग गुरु को अपमानित करते हैं उन लोगों का सर्वनाश होता है.

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3. आग
आग यानि अग्नि को शास्त्रों में देवता माना जाता है. सभी शुभ कामों में अग्नि को साक्षी मानकर वचन लिया जाता है. कहते है अग्नि का अपमान करना मतलब देवता का अपमान करना होता है. अग्नि को कभी भी उंडेलकर नहीं जाना चाहिए और गलती से पैर लगने पर मांफी मांग लेनी चाहिए.

4. गाय
हमारे देश मे गोमाता पूजनीय है हमारे यहां गाय को माता का रूप माना जाता है. इसको कभी सताना नहीं चाहिए. इससे घर में अशांति फैल जाती है.

5. कुंवारी लड़की
कुंवारी लड़की को देवी का रूप माना जाता है, इसलिए कभी लड़की को पैर नहीं लगाना चाहिए.

6. शिशु
हिंदू धर्म के अनुसार, शिशु यानि बच्चे को भगवान का रूप माना जाता है, इसलिए उन्हें पैर से कभी ठोकर नहीं मारनी चाहिए. कहते हैं शिशु का अपमान करना भगवान का अपमान करने के समान होता है.

7. बुजुर्ग
भारत में बच्चों को हमेशा ये सिखाते है कि बडे़ बुजुर्गों का हमेशा आदर सम्मान करना चाहिए. बुजुर्गो का निरादर करने से सभी ग्रह नाराज हो जाते है, जिसका बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है और घर में सुख-समृद्धि नहीं रहती है.

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