महाराष्ट्र के सीएम ने मारी अपने फैसले पर कुल्हाड़ी
अंधेरी से प्रत्याशी ने खुद मानी निर्विरोध हार
ठाकरे के प्रत्याशी को जिताने की कही बात
अब अपनी उम्मीदवारी वापस ले सकते हैं एकनाथ शिंदे
महाराष्ट्र में बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है । शिवसेना (Shivsena)में फूट होने के बाद पहली बार ठाकरे और शिंदे गुट आमने सामने है। बीते कई दिनों से अंधेरी में हो रहे चुनावों (election)को लेकर उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा था । लेकिन अब खबरें आ रही है कि शिंदे अंधेरी (andheri)से अपनी उम्मीदवारी वापिस ले सकते है । और उद्धव ठाकरे के उम्मीदवार निर्विरोध जीत(unopposed victory) हासिल कर सकते है ।
राज ठाकरे की सलाह
दरअसल रविवार को राज ठाकरे (Raj Thackeray)ने देवेंद्र फडणवीस(Devendra Fadnavis) को एक चिट्ठी लिखकर सलाह दी थी कि भाजपा को अंधेरी पूर्व सीट से उम्मीदवार वापस ले लेना चाहिए। अगर ऐसा होता है तो ठाकरे गुट(Thackeray faction) की प्रत्याशी रुतुजा लटके (Rutuja Latke) निर्विरोध ही विधायक चुनी जाएंगी। और पार्टी में फूट के बाद उन्हें पहली जीत हासिल हो जाएगी।
राज ठाकरे के साथ साथ एनसीपी के मुखिया शरद पवार (Sharad Pawar) एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde)गुट के विधायक प्रताप सरनाईक (MLA Pratap Sarnaik)ने भी ऐसी अपील की थी कि उम्मीदवारी वापस ली जाए। चीफ मिनिस्टर एकनाथ शिंदे को चिट्ठी (latter) लिखकर लगाता मांग की जा रही है कि वे भाजपा से उम्मीदवारी वापस लेने को कहें।
क्यों शिंदे वापस लेंंगे नाम?
प्रताप सरनाईक ने कहा कि महाराष्ट्र (maharastra)में यह प्रचलन रहा है कि जब किसी नेता की मौत हो जाती है तो उसके परिजनों के चुनाव में उतरने पर उसका निर्विरोध चयन होता रहा है। यही नहीं उम्मीदवारी वापस लेने की अपीलों(Appeal) के बीच भाजपा(Bjp) ने भी कदम पीछे हटाने के संकेत दिए हैं। देवेंद्र फडणवीस का कहना है कि पार्टी में सलाह-मशविरे के बाद इस पर फैसला(decision) लिया जाएगा। हालांकि पार्टी इस मसले पर बंटी हुई दिख रही है। एक तरफ फडणवीस ने ठाकरे की अपील पर विचार करने की बात कही है।
वहीं एकनाथ शिंदे गुट का कहना है कि रुतुजा लटके के दिवंगत पति रमेश लटके(Ramesh Hung) के प्रति सम्मान(honour) जाहिर करते हुए उम्मीदवार वापस लेना चाहिए। इस सीट पर 3 नवंबर को चुनाव(election) होना है। भाजपा की ओर से मुरजी पटेल(Murji Patel) को इस सीट से कैंडिडेट (candidate)बनाया गया है।