केंद्रीय परिवहन मंत्री ने मुख्यमंत्री को दिया सुझाव
उत्तर प्रदेश में लंदन मॉडल लागू करने का सुझाव
उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा वेतन 4.5 लाख हैं
Up Desk: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने हिस्सा लिया. ऑन ई-मोबिलिटी, व्हीकल एंड फ्यूचर मोबिलिटी पर संगोष्ठी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने अपने विचार साझा किए. जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रोड इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की जमकर प्रशंसा की, वहीं नितिन गडकरी ने भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना करते हुए कहा कि यूपी उनके नेतृत्व में तेजी से विकास कर रहा है. उत्तर प्रदेश में इस समय इन्वेस्टर्स के लिए सबसे बेहतरीन मौका है कि वह निवेश करें उनका निवेश सुरक्षित रहेगा. उन्होंने उत्तर प्रदेश में लंदन मॉडल लागू करने का मुख्यमंत्री को सुझाव दिया.
इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम सब जानते हैं की देश भर में सड़क का इंफ्रास्ट्रक्चर परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने तैयार किया है. दो लेन की सड़क को चार लेन बनाना हो, चार की छह लेन, छह की आठ आठ की 10 या फिर 10 की 12, सब कुछ परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने किया है. सड़कों की वजह से अब हमारी दूरी बहुत कम समय में तय हो जाती है. सड़कों की तारीफ करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दिल्ली से मेरठ तक प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से मात्र 45 मिनट में पहुंचे. यह उपलब्धि है. उत्तर प्रदेश में रोड कनेक्टिविटी का काम तेजी से हो रहा है. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में इस पर मंथन किया जा रहा है. देश में पहला वाटर हल्दिया से वाराणसी के बीच प्रारंभ किया. वाराणसी से डिब्रूगढ़ के बीच रिवर वाटर की भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुरुआत की है. ग्रीन एनर्जी के साथ हाइड्रोजन का इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं इस और हमें विशेष तौर पर ध्यान देने की आवश्यकता है. अब इलेक्ट्रिक व्हीकल पर पूरा फोकस है. अब उत्तर प्रदेश सरकार ने इलेक्ट्रिक पॉलिसी पर ध्यान दिया है. हर 15 से 35 किलोमीटर की दूरी पर हम चार्जिंग स्टेशन स्थापित करेंगे. इस दिशा में अभी से कार्य प्रारंभ किया जाएगा तो इलेक्ट्रिक वाहनों की दिशा में व्यापक बदलाव होगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्मॉग की समस्या हो जाती है. लोगों को सांस लेने में समस्या होती है. हमें पर्यावरण के संरक्षण के लिए कदम बढ़ाना होगा. इलेक्ट्रिक व्हीकल की और फ्यूचर की जो व्यवस्था है हाइड्रोजन के फील्ड में कार्य करते हुए इसे बढ़ाना है. इस पर काम करना होगा. टेक्नोलॉजी को और भी ज्यादा इंप्रूव करने की आवश्यकता है.
हाइड्रोजन अधिक महंगी पड़ रही है उस पर कार्य चल रहा है. इलेक्ट्रिक वाहन सस्ते होंगे तो पर्यावरण और भी सुरक्षित होगा।इस मौके पर केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ह्रदय से धन्यवाद करता हूं. देश के इतिहास में उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ा इन्वेस्टमेंट उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हो रहा है. उनका यह विजन उत्तर प्रदेश की तस्वीर बदल देगा. उत्तर प्रदेश में गरीबी दूर करने के लिए रोजगार का निर्माण करना पड़ेगा. इंडस्ट्री आएगी तो इन्वेस्टमेंट आएगा और रोजगार मिलेगा तो गरीबी दूर होगी. योगी की गाड़ी हाईवे पर हाई स्पीड से दौड़ रही है. मुझे भरोसा है उत्तर प्रदेश के लोगों की गरीबी बहुत जल्द दूर होगी. सीएम योगी का यह बेहतरीन प्रयास है.
हमारा 85 परसेंट डीजल, पेट्रोल आयात होता है और इससे करोड़ों रुपए बाहर जाते हैं. अब हमें अपना देश बेहतर बनाना है और निर्यात करना है. इस दिशा में हम काम कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश की इसमें सबसे बड़ी भूमिका है. उत्तर प्रदेश की क्षमता 200000 करोड़ इकोनामी बनाने की है. मुझे पूरी उम्मीद है योगी आदित्यनाथ इसमें जरूर सफल होंगे.हमारे देश में चार करोड़ रोजगार ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री ने पैदा किया है. इसी इंडस्ट्री ने जीएसटी के रूप में केंद्र और राज्य सरकार को सबसे ज्यादा टैक्स किया है. उन्होंने कहा कि 7: 5 लाख करोड़ की इस इंडस्ट्री को हमें पांच साल में 15 लाख करोड़ का बनाना है. विश्व में सबसे ज्यादा मैन पावर हिंदुस्तान में है. हमारे यहां युवा सबसे ज्यादा टैलेंटेड है.
विश्व में सबसे ज्यादा इंजीनियरों की मांग भारतीय इंजीनियरों की ही है. टेक्नोलॉजी ओरिएंटेड इन्वेस्टर्स को योगी ने रेड कार्पेट डाला है. इन्वेस्टर्स यूपी में भरपूर इन्वेस्ट करें. इन्वेस्टर्स के लिए गोल्डन अपॉर्चुनिटी है कि वह उत्तर प्रदेश में जमकर इन्वेस्ट करें, क्योंकि यहां पर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार बेहतरीन तरीके से काम कर रही है. हमारे देश में वर्तमान में लगभग 30 करोड़ वाहन है. मैं लिख कर देता हूं आने वाले दिनों में वाहनों की संख्या ज्यादा होगी और जनसंख्या कम होगी. आने वाले दिनों में बिजनेसमैन बिजनेस की चिंता बिल्कुल भी ना करें. हमने 15 साल पुराने 10 लाख वाहनों को स्क्रैप करने का निर्णय लिया है.
परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने चुटकी लेते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश का तो मुझे पता नहीं है लेकिन कई राज्यों में ऐसी बसे हैं जहां पर हॉर्न छोड़कर बाकी सब बजता है. मैं यूपी के लिए नहीं बोल रहा हूं. एक जिले में तीन स्क्रेपिंग यूनिट खुल सकती हैं. देश में 20.8 लाख इलेक्ट्रिक व्हीकल हैं. 300 परसेंट इलेक्ट्रिक व्हीकल में बढ़ोतरी हुई है. 2030 तक अनुमान है कि 20000000 इलेक्ट्रिक व्हीकल आएंगे. 5000000 तो सिर्फ गवर्नमेंट ही आएंगे. उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा वेतन 4.5 लाख हैं. इलेक्ट्रिक व्हीकल बढ़ने से दो लाख रोजगार बढ़ेंगे. इलेक्ट्रिक पॉलिसी आएगी तो तेजी से रोजगार बढ़ेंगे.
उत्तर प्रदेश में 27.60 लाख टन गन्ना है. अभी हम 460 करोड़ लीटर एथेनाल बना रहे हैं हमें 1000 करोड़ लीटर एथेनॉल बनाना है उत्तर प्रदेश में एथेनॉल के पंप खुलने चाहिए. उससे बहुत बड़ा फायदा यूपी को मिलेगा. उत्तर प्रदेश में हाइड्रोजन का भी हब बनाइए. इससे भी बहुत लाभ मिलेगा. पराली से हाइड्रोजन निकलता है. इसका उत्तर प्रदेश में भरपूर सदुपयोग किया जा सकता है. यह बहुत सस्ते में हाइड्रोजन तैयार करेगा और इसका सारा फायदा उत्तर प्रदेश को मिलेगा. उत्तर प्रदेश एनर्जी आयात करने वाला नहीं बल्कि निर्यात करने वाला प्रदेश बन जाएगा