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गुजरात में कांपी धरती, राजकोट में आया 4.3 तीव्रता का भूकंप; अफगानिस्तान में भी महसूस किए गए झटके

  • गुजरात में कांपी धरती भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.3

  • भूकंप फायजाबाद से 117 किलोमीटर दूर दक्षिण में आया

  • केंद्र जमीन से करीब 70 किलोमीटर गहराई 

गुजरात डेस्‍क: गुजरात के द्वारका में आज सुबह भूकंप के झटेके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.3 थी। बताया जा रहा है कि भूकंप धरती के 15 किमी नीचे आया। उक्त बात की जानकारी नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने दी है। हालांकि, भूकंप की वजह से अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। इसके अलावा अफगानिस्तान में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसकी तीव्रता भी 4.3 मापी गई। भूकंप फायजाबाद से 117 किलोमीटर दूर दक्षिण में आया। भूकंप के झटके तीन बजकर 29 मिनट पर महसूस किए गए। इसका केंद्र जमीन से करीब 70 किलोमीटर गहराई में था। फिलहाल किसी भी तरह के नुकसान की खबर नहीं है।

                      उत्तराखंड निकोबार के बाद अब गुजरात में कांपी धरती, 4.3 तीव्रता का आया भूकंप | Dwarka -4.3 magnitude earthquake no injuries reported | TV9 Bharatvarsh

रविवार को गुजरात के राजकोट में 3 बजकर 21 मिनट पर 4.3 तीव्रता का भूकंप आया था। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने इसकी जानकारी दी थी। NCS ने ट्वीट किया था कि राजकोट के उत्तर उत्तर पश्चिम (NNW) में लगभग 270 किलोमीटर की दूरी पर दोपहर 3:21 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। पिछले हफ्ते, गुजरात के अमरेली जिले में दो दिनों में भूकंप के तीन मामूली झटके महसूस किए गए थे।

                     उत्तराखंड निकोबार के बाद अब गुजरात में कांपी धरती, 4.3 तीव्रता का आया भूकंप | Dwarka -4.3 magnitude earthquake no injuries reported | TV9 Bharatvarsh

अमरेली जिले के सावरकुंडला तालुका में गुरुवार को 3.1 तीव्रता का भूकंप आया था। हालांकि, जान माल का कोई नुकसान नहीं हुआ था। झटके सावरकुंडला तालुका के मितियाला गांव में अमरेली से 44 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पूर्व में 6.2 किलोमीटर की गहराई में दर्ज किए गए थे।

                      अंडमान निकोबार में भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर 4.3 मापी गई तीव्रता | Earthquake in Diglipur Andaman and Nicobar islands - Hindi Oneindia

हैदराबाद में नेशनल जियो फिजिकल रिसर्च इंस्टिट्यूट के सीस्मोलॉजी विभाग के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ एन पूर्ण चंद्र राव ने चेतावनी दी है कि भारत का उत्तराखंड इलाका और पश्चिमी नेपाल का हिस्सा जिस स्थिति में है ऐसे में वहां कभी भी तुर्की जैसा भूकंप आ सकता है। तुर्की में 7.8 मेग्नीट्यूड वाला भूकंप आया था जिसके चलते 50 हजार से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी।

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