गोपाष्टमी पर श्रद्धालुओं ने किया गौ पूजन
काशी की गोशालाओं में गायों का हुआ पूजन
गोशालाओं में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
वाराणसी: धर्म की नगरी काशी में गोपाष्टमी का पर्व धूम धाम से मनाया गया। वाराणसी के तमाम गोशालाओं में आज गायों का कुछ यूं श्रृंगार हुआ कि हर कोई देखता रह गया। शहर के सभी गौशालाओं में हर साल की भांति इस बार भी गोपाष्टमी का पर्व पूरे धार्मिक रीति-रिवाज और उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर गायों की आरती से लेकर श्रृंगार तक किया गया। जिले के तमाम मठ मंदिर और गोशालाओं में गोमाता के नाम से अनुष्ठान किए गए। गोमाता को स्नान कराकर उनकी साज-सज्जा की गई। इसके बाद पूरे विधि विधान से वैदिक मंत्रों के बीच गोमाता का पूजन किया गया। इसके साथ ही दूब, फल, मिष्ठान खिलाया गया। गोमाता की आरती उतारी गई। इस मौके पर लोगों ने गो-रक्षा का संकल्प लिया।
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आज कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को मनाई जाने वाले गोपाष्टमी पर्व पर लोगों ने गो पूजन किया। आज गाय की पूजा कर उनका आशीर्वाद लिया जाता है। इस क्रम में आज काशी के मंदिरों और मठों की गोशालाओं में गायों की पूजा की जाएगी। काशी के ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, गोपाष्टमी का पर्व आज दोपहर 1:11 बजे से शुरू होकर रात 11:04 बजे तक है। इस दौरान दुर्गाकुंड स्थित धर्मसंघ परिसर सहित सभी प्रमुख मंदिरों और मठों में गोपाष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा।
ज्योतिषाचार्य दैवज्ञ कृष्ण शास्त्री ने बताया कि गोपाष्टमी के दिन गाय को स्नान कराने के बाद उनका श्रृंगार करना चाहिए। विधि-विधान से गाय की पूजा कर उनका आशीर्वाद लें। पूजा-पाठ के बाद गाय की परिक्रमा कर उनके पैर के स्थान की मिट्टी का माथे पर लगाएं। गाय की पूजा कर उन्हें प्रणाम करने से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। धर्म नगरी में इस पर्व का उल्लास खासा दिखाई पड़ता है। हर कोई इस पर्व हर गली मोहल्लों में गायों की पूजन करता दिखाई दिया।
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