यूपीएससी सिविल सर्विस का रिजल्ट आउट, टॉप 4 में लड़कियां
यूपी के कई एसडीएम ने सिविल सेवा की परीक्षा में मारी बाजी
पीसीएस अफसर प्रतीक्षा सिंह बनीं आईएएस
UPSC Final Result 2022. देश की सबसे प्रतिष्ठित और चुनौतीपूण परीक्षा मानी जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा के नतीजे आज जारी कर दिए गए हैं। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित इस परीक्षा में लड़कियों ने बाजी मारी है। शीर्ष चार रैंक पर उन्हीं का कब्जा है। सिविल सेवा परीक्षा देने वाले उम्मीदवार अपने परिणाम यूपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर देख सकते हैं। इस परीक्षा में इशिता किशोर ने टॉप किया है।, बन गए आईएएस।
देश की सबसे प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा में यूपी की कई प्रतिभाओं ने सफलता हासिल की है। इनमें से कुछ ऐसे भी हैं जो विभिन्न जिलों में एसडीएम के पद पर कार्य कर रहे हैं और अब उन्होंने अपनी मेहनत के दम से यूपीएससी की परीक्षा में परचम लहराया है। अभी तक वे एसडीएम थे और तहसील संभाल रहे हैं लेकिन अब वे आईएएस बन गए हैं और जल्द ही जिला संभालेंगे यानी वे जिलाधिकारी बनेंगे।
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सिविल सेवा परीक्षा का रिजल्ट मंगलवार को जारी कर दिया है। परीक्षा में टॉप 4 में लड़कियां ही रहीं। इशिता किशोर ने जहां टॉप किया तो वहीं दूसरे नंबर पर गरिमा लोहिया, तीसरे स्थान पर उमा हरति एन और चैथे पर बरेली की स्मृति मिश्रा रहीं। सिविल सेवा परीक्षा में यूपी के कई पीसीएस अफसरों ने भी बाजी मारी है।
पीसीएस अफसर प्रतीक्षा सिंह बनीं आईएएस-
2020 की पीसीएस अफसर प्रतीक्षा सिंह सिविल सेवा की परीक्षा में पास होकर आईएएस बन गई हैं। वर्तमान में प्रतीक्षा सिंह यूपी के शामली जिले में एसडीएम के पद पर तैनात हैं। सिविल सेवा की परीक्षा में प्रतीक्षा सिंह ने 52वीं रैंक हासिल की है।
एसडीएम शिशिर भी बने आईएएस-
वाराणसी में एसडीएम के पद पर तैनात शिशिर कुमार सिंह ने यूपीएससी की परीक्षा में 16वीं रैंक हासिल की है। शिशिर कुमार सिंह 2020 की उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा में चैथी रैंक हासिल कर एसडीएम बने थे।
पीसीएस अफसर अभिनव ने हासिल की 137वीं रैंक-
2018 बैच के पीसीएस अफसर अभिनव द्विवेदी ने भी सिविल सेवा की परीक्षा में सफलता हासिल की है। उन्होंने आल इंडिया में 137 रैंक हासिल की है।
नायब तहसीलदार हिमांशु बने आईएएस-
शामली जनपद में तैनात नायब तहसीलदार हिमांशु ने यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की है। उन्हें आल इंडिया में 348 रैंक मिली है।
आखिर यूपीएससी ही क्यों?-
संघ लोक सेवा आयोगी यानी यूपीएससी परीक्षा का बड़ा क्रेज है। इस परीक्षा को पास करने के बाद अभ्यर्थी आईएएस बनता है। वह जिलाधिकारी बन कर जिले के प्रशासनिक व्यवस्था को संचालित करने में अहम किरदार होता है। इस परीक्षा का महत्व इसी से समझा जा सकता है कि कई बीटेक, एमबीए, एमबीबीएस एमडी किए लोग भी अपना मोटा पैकेज छोड़कर इस परीक्षा को अपना कॅरियर बनाते हैं और बनाएं भी क्यों न क्यों?
भारत में यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन एग्जाम (यूपीएससी) को सबसे कठिन एग्जाम माना जाता है। इसी एग्जाम को पास करने के बाद ही उम्मीदवार आईएएस, आईपीएस, आईईएस या आईएफएस() जैसे अधिकारी के तौर पर चयनित होते हैं। लेकिन इन सभी अफसरों के बीच सबसे अधिक चर्चा जिसकी होती है वह है आईएएस। इसको लेकर ही सबसे अधिक क्रेज भी देखा जाता है।
एक आईएस ही डीएम बनता है, जिसे हम डिप्टी कमिश्नर या कलेक्टर या जिलाधिकारी के नाम से भी जानते हैं। यह जिले का सबसे बड़ा प्रशासनिक अफसर होता है। जिसके अंतर्गत जिले के सभी विभाग काम करते हैं।