इंदौर में पेट्रोल डालकर जलाई गई महिला प्रिंसिपल ने दम तोड़ा
5 दिन अस्पताल में इलाज चलने के दौरान हुई मौत
जानें क्या है पूरा मामला
National Desk: भारत में गुरू-शिष्य की परंपरा काफी पुरानी है। यहां के समाज में इस रिश्ते को काफी पवित्र समझा जाता है। कबीरदास का दोहा, गुरु गोविन्द दोऊ खड़े काके लागूं पाय। बलिहारी गुरु आपनो,जिन गोविन्द दियो बताय। इसकी बानगी है। लेकिन पिछले दिनों मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में एक ऐसी घटना हुई, जिसने सब को झकझोर कर रख दिया। जिस देश में गुरू द्रोणाचार्य और शिष्य एकलव्य की कहानियां सुनाकर बच्चों को बड़ा किया जाता है, वहां एक छात्र ने अपने ही कॉलेज की प्रिंसिपल की जान ले ली।
दरअसल, बीते सोमवार को इंदौर के बीएम कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड फार्मेसी के एक पूर्व छात्र ने कॉलेज की महिला प्रिंसिपल को जिंदा जलाने की कोशिश की थी। इस घटना में बुरी तरह झुलसीं प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा ने आज यानी शनिवार सुबह 4 बजे के करीब अस्पताल में दम तोड़ दिया। वो पिछले पांच दिनों से चोइथराम अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रही थीं।
क्या है पूरा मामला ?
पिछले सोमवार को बीएम कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड फार्मेसी के फार्मा विभाग की प्रिंसिपल 55 वर्षीय विमुक्ता शर्मा कॉलेज से घर जाने के लिए निकल रही थी, तभी उन पर एक पूर्व छात्र ने हमला कर दिया। हमलावर छात्र ने उनपर पेट्रोल से भरी बाल्टी उलट और लाइटर की मदद से आग लगा दिया। शर्मा इसके बाद चीखते हुए अपने दफ्तर की ओर भागीं। कॉलेज के कर्मचारियों ने किसी तरह उनके बदन में लगे आग को बुझाया और उन्हें अस्पताल ले जाया गया। हालांकि, घटना में वो तकरीबन 80 से 90 फीसदी जल चुकी थीं। इसलिए उनका बचना काफी मुश्किल लग रहा था।
इस घटना को अंजाम दिया था कॉलेज के ही एक पूर्व छात्र आशुतोष श्रीवास्तव ने। 24 वर्षीय आशुतोष नागदा का रहने वाला है और इस घटना के बाद वो आत्महत्या करने वाला था लेकिन पुलिस ने ऐसा करने से पहले उसे पकड़ लिया। प्रिंसिपल को जलाने के जलकर में वो खुद भी 30 प्रतिशत झुलस गया था। पूछताछ में उसने बताया कि उसने इस कॉलेज में पढ़ाई की थी। सातवें सेमेस्टर में फेल हो गया था। इसके बाद सातवीं और आठवीं सेमेस्टर की परीक्षा एक साथ दी थी।
परीक्षा का रिजल्ट जुलाई 2022 में ही आ गया था लेकिन बार-बार कॉलेज आने के बाद भी उसे मार्कशीट नहीं दी जा रही थी। इसी बात से गुस्सा होकर उसने प्रिंसिपल पर जानलेवा हमला किया। हालांकि, कुछ समय पहले उसने मार्कशीट को लेकर कॉलेज के ही एक प्रोफेसर पर चाकू से हमला कर दिया था। इस मामले को लेकर उसके खिलाफ केस भी चल रहा है।