आज खत्म हो रहा खापों का अल्टीमेटम
हरियाणा में बुलाई गई महापंचायत
विनेश फोगाट ने किसान आंदोलन की दिलाई याद
नई दिल्ली. दिल्ली के जंतर-मंतर पर चल रहे पहलवानों का धरना प्रदर्शन का आज जारी है। महिला पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ प्रमुख ब्रजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर करीब महीनेभर से पहलवानों का प्रदर्शन चल रहा है। खापों द्वारा महापंचायत कर सरकार को दिए गए अल्टीमेटम का आज य़ानी रविवार 21 मई को आखिरी दिन है। ऐसे में आज को हरियाणा में खापों की महापंचायत होने जा रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक, हरियाणा के महम चौबीसी चबूतरे पर खापों की महापंचायत होगी। जिसमें हरियाणा और यूपी के सभी खाप प्रतिनिधि आएंगे। आगे का फैसला यहीं पर होगा। इसमें किसान नेता राकेश टिकैत भी शामिल होंगे। माना जा रहा है कि खाप महिला पहलवानों के समर्थन में किसान आंदोलन सरीखे बड़े आंदोलन का ऐलान कर सकते हैं।
खापों के महापंचायत को लेकर महिला रेसलर और इस आंदोलन के चेहरों में शुमार विनेश फोगाट ने केंद्र सरकार को बड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अगर बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी नहीं होती है तो हमारे बुजुर्ग बड़ा फैसला ले सकते हैं। जो देश के हित में नहीं होगा। विनेश ने कहा कि किसान आंदोलन 13 महीन तक चला था तो देश को काफी नुकसान हुआ था। अगर ऐसा ही कोई और आंदोलन होता है तो देश को निश्चित तौर पर नुकसान होगा।
धरनास्थल पर मौजूद अन्य पहलवानों का कहना है इस मुद्दे को जानबूझकर बड़ा किया गया। जो मसला एक मिनट में हल हो सकता था, वो एक महीने में भी हल नहीं हो सका है। उन्होंने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि ये आसान लड़ाई नहीं है, हमें काफी कुछ सहना पड़ा है।
बृजभुषण और पहलवानों में जुबानी जंग
कुश्ती संघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह और प्रदर्शनकारी पहलवानों के बीच पिछले पांच महीनों से जुबानी जंग चल रही है। बीते दिनों यह तब और तेज हो गई जब रेसलर्स द्वारा मेडल लौटाए जाने पर बृजभूषण ने कड़ी टिप्पणी कर दी थी। उन्होंने कहा था कि मेडल तो 15 रूपये के हैं। अगर उन्हें वापस करना है तो करोड़ों रूपये के नकद पुरस्कार सरेंडर करें। इतना ही कुश्ती संघ प्रमुख ने कहा कि उन्हें अब तक जो-जो हासिल हुआ है वे ब्याज समेत उसे वापस कर दें।
इस पर रेसलर्स की ओर से भी जवाब आया है। रेसलर्स साक्षी मलिक ने बृजभूषण शरण सिंह की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा कि जिस मेडल को 15 रूपये का बताया जा रहा है, उसके लिए हमने अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया। शर्म की बात ये है कि हमारे देश में चैंपियंस का ये हाल हो रहा है। मैंने ये मेडल देश के लिए जीता है, कोई इसकी कीमत नहीं लग सकता।
वहीं, रेसलर बजरंग पुनिया ने भी इस पर पलटवार करते हुए कहा कि ये हमारे देश का मेडल है, इसकी कीमत कोई क्या लगाएगा। हमारे गले में मेडल उतरता है तो हर देशवासी का सीना चौड़ा हो जाता है।