गरीब, मध्यम वर्ग को मिलेगा लाभ
बैंकों के डूबने पर नहीं डूबेंगे खाताधारक के पैसे
विज्ञान भवन में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे पीएम मोदी
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि अब बैंकों के डूबने पर जमाकर्ताओं का पैसा नहीं डूबता है और उनकी जमा का समयबद्ध तरीके से भुगतान किया जाता है। मोदी ने विज्ञान भवन में ‘जमाकर्ता प्रथम: पांच लाख रुपये तक का गारंटीशुदा समयबद्ध जमा बीमा भुगतान’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि एक समय था जब जमाकर्ताओं को दबाव वाले बैंकों से अपना पैसा वापस पाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता था। गरीब, मध्यम वर्ग बरसों तक इस परेशानी से जूझता रहा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जमाकर्ताओं के पैसे की सुरक्षा बैंकों की समग्र समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है। मोदी ने कहा, “देश की समृद्धि में बैंक बड़ी भूमिका निभाते हैं और बैंकों की समृद्धि के लिए यह भी उतना ही जरूरी है कि जमाकर्ताओं का पैसा सुरक्षित रहे। बैंकों को बचाना है तो जमाकतार्ओं की रक्षा करनी होगी। प्रधानमंत्री’डिपोजिटर्स फर्स्ट : गारंटीड टाइम बाउंड डिपोजिट इंश्योरेंट पेमेंट अप टू 5 लाख’ थीम पर आधारित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
कार्यक्रम के दौरान, मोदी ने कुछ जमाकर्ताओं को चेक सौंपे, जिनकी मेहनत की कमाई कुछ बैंकों के दिवालिया होने के कारण फंस गई थी। पीएम मोदी ने कहा,’जमाकर्ता पहले’ की भावना को ध्यान में रखते हुए, आज के आयोजन को दिया गया नाम इसे और भी सटीक बनाता है। पिछले कुछ दिनों में, एक लाख से अधिक जमाकर्ताओं को उनका पैसा वापस मिल गया है जो वर्षों से अटका हुआ था। यह राशि 1300 करोड़ रुपये से अधिक है।”
भारत में, बैंक जमाकर्ताओं के लिए बीमा योजना पहली बार 1960 के दशक में 50,000 रुपये तक की सुरक्षा के साथ पेश की गई थी जिसे बाद में बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दिया गया था। हालांकि, जमाकर्ताओं के पैसे वापस करने की कोई समय सीमा नहीं थी। 2020 में, केंद्र ने 90 दिनों की समय सीमा के साथ सीमा को बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया।
मोदी ने कहा, “गरीबों और मध्यम वर्ग की चिंता को समझते हुए हमने यह सीमा बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी है।” मोदी ने कहा कि कुल जमाकर्ताओं में से 98 प्रतिशत वर्तमान में जमाकर्ता बीमा योजना के तहत आते हैं और केंद्र उनके पैसे की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।