भाजपा के कुछ नेताओं तथा मंत्रियों के रिश्तेदारों पर लगे हैं घोटाले के आरोप
कांग्रेस ने जमीन को औने-पौने दाम पर खरीदने का लगाया आरोप
राजस्व विभाग करेगा मामले की जांच
यूपी डेस्क: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में कुछ नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा जमीन की कथित तौर पर खरीद करने के मामले में जांच का आदेश दिया है। अयोध्या में कथित जमीन घोटाले मामले की स्पेशल सेक्रेटरी रेवेन्यू जांच करेंगे। साथ ही एक हफ्ते के अंदर जांच की रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए गए हैं। अयोध्या जमीन के सौदे में कई मंत्रियों के रिश्तेदारों के नाम सामने आए थे।
कांग्रेस ने योगी सरकार पर लगाये गंभीर आरोप
इससे पहले कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा के कई नेताओं तथा उत्तर प्रदेश शासन के कुछ अधिकारियों ने अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर के आसपास की जमीनों को औने-पौने दाम पर खरीदा है तथा जमीन की यह ‘लूट’ साल 2019 में उच्चतम न्यायालय का फैसला आने के बाद की गई है।
मायावती ने की हाईकोर्ट से हस्तक्षेप की अपील
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने नेताओं और अफसरों द्वारा बड़े पैमाने पर जमीन औने-पौने दामों में खरीदे जाने के आरोपों की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए उच्च न्यायालय से इसमें हस्तक्षेप का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि अगर जमीन की खरीद-फरोख्त में कुछ गड़बड़ हुई है तो राज्य सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए और केंद्र सरकार को भी इस मामले में हस्तक्षेप करके राज्य सरकार को निर्देश देना चाहिए कि अगर ऐसा कुछ हुआ है तो जमीन की खरीद-फरोख्त को रद्द किया जाए।
इस मामले पर लखनऊ में अपर मुख्य सचिव (सूचना) नवनीत सहगल ने बताया, ‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजस्व विभाग को मामले की गहनता से जांच करने को कहा है।’