किसान के खेत में मिले प्राचीन हथियार
पुराने हथियार देख उठा ले गए थे किसान
ताम्र पाषाण काल के बताए जा रहे हथियार
उत्तर प्रदेश: मैनपुरी के खेत में 4000 साल पुराने हथियारों के पाए जाने के मामले के बाद अब लोगों की उत्सुकता इस तरफ बढ़ गई है। इन हथियारों को महाभारत काल से जोड़कर देखा जा रहा है। मैनपुरी के खेत में पाए जाने वाले इन हथियारों को देखकर आप भी दंग रह जाएंगे। ये हथियार अपने वक्त के लिहाज से काफी उन्नत बताए जा रहे है। मैनपुरी जिले में खेत के टीले को समतल करने के दौरान किसान को हजारों वर्ष पुराने हथियार मिले। तलवारें, छुरियां, त्रिशूल और भाले सभी तांबे के बने हुए हैं। जिसके बाद फौरन ही इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को दी गई। स्थानीय पुलिस और भारतीय पुरातत्व विभाग ने हथियार मिलने वाले स्थान को सील कर दिया है। हथियारों की संख्या करीब 39 बताई जा रही है।
दरअसल, यह मामला जनपद के तहसली कुरावली क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गणेशपुर गांव का है। जहां किसान बहादुर सिंह फौजी खेत में मिट्ठी के टीले को समतल कर रहे थे। इसी दौरान जमीन से मिट्टी से लिपटे हथियार बाहर आने लगे। आसपास और खुदाई की गई तो धातु के 39 हथियार बरामद हुए। किसान इन हथियारों को सोने-चांदी का समझकर अपने घर ले गया था। मगर खेत में हथियार मिलने की खबर पूरे गांव में आग की तरह फैल गई। जिसके बाद इसकी सूचना स्थानीय पुलिस दो गई और सभी हथियारों को कब्जे में लेकर हथियार मिलने वाली जगह को सील कर दिया गया।
इन हथियारों को देखकर पुरातत्वविदों की उत्सुकता कभी बढ़ गई है। तांबे के हथियारों की जांच के बाद जो शोध परिणाम सामने आए है, उससे आर्कियोलॉजिस्ट बहुत रोमांचित है। पता चलता है कि प्राचीन काल में भी भारतीय लड़ाकों के पास उन्नत हथियार थे। कुछ विशेषज्ञ इन हथियारों को द्वापर युग का बता रहे है। ऐसा माना जा रहा है कि ये हथियार 4000 वर्ष पुराने है।
यह भी पढ़ें: जमीन हस्तांतरण घोटाले मामले में एक और अधिकारी पर गिरी उपराज्यपाल की गाज, निलंबित करने की भेजी सिफारिश