शिंदे समर्थक तानाजी सावंत के ऑफिस में तोड़फोड़
हिंसा के बाद शिवसेना नेता संजय राउत का बयान
आक्रोश में है लोग, इसे रोक नहीं सकते
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र का सियासी संकट बढ़ता ही जा रहा है, अब बागी विधायकों के ऑफिस पर हमले की खबर सामने आई है। शिवसेना कार्यकर्ताओं ने पुणे में उत्पात मचाया है। बागी विधायक तनाजी सावंत के दफ्तर में तोड़फोड़ की है। शिवसेना के पुणे शहर प्रमुख संजय मोरे ने खुलेआम धमकी देते हुए कहा-हमारी पार्टी के कार्यकर्ता ने तानाजी सावंत के कार्यालय में तोड़फोड़ की। हमारे प्रमुख उद्धव ठाकरे को परेशान करने वाले सभी देशद्रोही और बागी विधायकों को इस प्रकार की कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। उनके कार्यालय पर भी हमला होगा। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
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शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने बागी विधायक तानाजी सावंत के दफ्तर में तोड़फोड़ कर दी। इस दौरान उपद्रवी उद्धव ठाकरे हम तुम्हारे साथ हैं जैसे नारे भी लगा रहे थे। उधर, एकनाथ शिंदे गुट ने उद्धव सरकार पर सुरक्षा हटा लेने का आरोप लगाया है। शिंदे गुट ने सीएम और गृह विभाग को चिठ्ठी लिखकर परिवार के लिए सुरक्षा मांगी है। हालांकि महाराष्ट्र के गृहमंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने इससे इनकार करते हुए कहा कि न तो मुख्यमंत्री और न ही गृह विभाग ने किसी विधायक की सुरक्षा वापस लेने के आदेश दिए हैं। ट्विटर के माध्यम से लगाए जा रहे आरोप झूठे और पूरी तरह से निराधार हैं।
वहीं इस हिंसा के बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि विधायकों की बगावत के बाद लोगों में आक्रोश है और इसे रोक नहीं सकते हैं। साथ ही कहा, कि डर रहना चाहिए। तानाजी सावंत का जिक्र आने पर संजय राउत ने बेहद आक्रामक भाषा का इस्तेमाल करते हुए कहा कि वे कांग्रेस से शिवसेना में आए थे और ये उनकी पहली विधायकी है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को हम कपड़े उतार कर सड़क पर खड़ा करते हैं। बता दें कि तानाजी सावंत इस समय असम के गुवाहाटी में बागी विधायकों के साथ मौजूद हैं।
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