कानपुर हिंसा में प्रशासन का एक्शन
बाबा बिरयानी की सभी दुकानें सील
सभी दुकानों के फूड सैंपल हुए फेल
कानपुर- 3 जून को हुई कानपुर हिंसा के मामले में गिरफ्तार मुख्तार बाबा पर शिकंजा कसा गया है। उसकी दुकान बाबा बिरयानी की सभी ब्रांच पर जिला प्रशासन ने छापा मार कर सैंपल भरने के बाद सील कर दी हैं। बाबा बिरयानी की रेव मोती गुटैया, रूपनगर समेत छह शाखाओं को सील किया गया है।
मुख्तार कानपुर हिंसा के मुख्य आरोपी जफर हाशमी का बेहद करीबी और फाइनेंसर माना जाता है। मुख्तार पर शिकंजा कसने के लिए बाबा बिरयानी की सभी दुकानों से FDA ने सैंपल लिया था। सभी सैंपल जांच रिपोर्ट में फेल होने के बाद सभी 6 दुकानों को सील कर दिया गया। बाबा बिरयानी के खिलाफ यह कार्रवाई डीएम के आदेश पर हुई है।
बता दें कि, बाबा बिरयानी के मलिक मुख्तार बाबा को कानपुर हिंसा में संलिप्त होने के आरोप में एसआईटी ने गिरफ्तार किया था। बाबा बिरयानी को गिरफ्तार करने से पहले पुलिस ने कानपुर हिंसा की साजिश रचने वाले मुख्य आरोपी जफर हाशमी को गिरफ्तार किया था। डीएम विशाख जी के अनुसार बाबा स्वीट्स के नाम से संचालित हो रहीं बाबा बिरयानी की 6 दुकानों को सील किया गया है।
इन सभी दुकानों के लाइसेंस रद्द किए जा रहे हैं। इसके अलावा यह जांच कराई जायेगी कि शहर में और कहां-कहां बाबा स्वीट्स हैं। इसके बाद उन दुकानों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा जाएगा। सैंपलों की जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। मुख्तार पर हिंसा के लिए क्राउडफंडिंग करने का आरोप है. जांच में ये भी सामने आया है कि बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार बाबा ने पत्थरबाजी के लिए बुलाए गए लोगों के खाने-पीने का इंतजाम समेत फंडिंग में मदद भी की
कानपुर से राहुल कटियार की रिपोर्ट