21 जुलाई को ईडी ने सोनिया गांधी को अपने मुख्यालय बुलाया
पहले सोनिया गांधी को 23 जून को ईडी के समक्ष होना था पेश
ईडी ने राहुल गांधी से चार दिन तक की थी पूछताछ
नेशनल डेस्क: नेशनल हेराल्ड से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में गांधी परिवार ईडी के निशाने पर है। ईडी ने 21 जुलाई को सोनिया गांधी को अपने मुख्यालय बुलाया है। इससे पहले सोनिया गांधी को 23 जून को ईडी के समक्ष पेश होना था, मगर उन्होंने अपनी खराब सेहत का हवाला देते हुए जांच एजेंसी से पेशी की तारीख को आगे बढ़ाने का आग्रह किया था, जिसे स्वीकार कर लिया गया था।
राहुल गांधी से हो चुकी है पूछताछ
आपको बता दें कि ईडी ने कांग्रेस नेता व वायानाड सांसद राहुल गांधी से चार दिन तक पूछताछ की थी। इस दौरान धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत उनके बयान दर्ज किए गए। राहुल से पूछताछ के दौरान कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने ईडी दफ्तर के बाहर जोरदार विरोध – प्रदर्शन किया था। दिग्गज नेताओं ने गिरफ्तारियां भी दी थी। कांग्रेस का कहना था कि जानबूझकर मोदी सरकार राहुल गांधी को परेशान कर रही है।
सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार: कांग्रेस नेता
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार हैं तथा प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई बदले की राजनीति के तहत की जा रही है। पार्टी या उसका नेतृत्व इन सबसे से डरकर झुकने वाला नहीं है।
सुब्रमण्यम स्वामी ने की थी शिकायत दर्ज
वर्तमान में पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बागी सूर अख्तियार करने वाले भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने 2012 में ट्रायल कोर्ट में एक शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य पर धोखाधड़ी साजिश रचने और धन के गबन करने का आरोप लगाया था।
याचिका में कहा गया था कि यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड ने 90.25 करोड़ की वसूली का अधिकार प्राप्त करने के लिए मात्र 50 लाख रूपये का भुगतान किया, जो एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) पर कांग्रेस का बकाया था। बता दें कि यंग इंडियन के प्रवर्तकों में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मोतीलाल वोरा (अब निधन हो गया), ऑस्कर फर्नांडिस और सुमन दुबे शामिल हैं। राहुल और सोनिया 2015 से इस मामले में जमानत पर हैं।