ज़हरीली चाऊमीन खाने से 70 लोग बीमार
फूड पॉइजनिंग का शिकार हुए बच्चे-महिलाएं
मीडिया में ख़बर आने के बाद अधिकारी जांच में जुटे
प्रतापगढ़ : लालगंज कोतवाली के बरिस्ता गांव से हैरान करने वाला मामले सामने आया है, यहां उर्स मेले के दौरान चाऊमीन खाने से करीब 70 लोग फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए. इनमें महिलाएं और बच्चे शामिल है. एक दर्जन बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. जबकि कुछ बच्चों और महिलाओं का गांव में ही इलाज चल रहा है.
इसी मेले में एक चाऊमीन की भी दुकान थी. ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरी इलाकों में चाऊमीन का क्रेज महिलाओं और बच्चों में ज्यादा होता है, इसी के चलते चाऊमीन की दुकान पर ज्यादातर इस इलाके के गांवों की महिलाएं और बच्चों की भीड़ थी. चाऊमीन खाकर महिलाएं और बच्चे घर चले गए और सो गए अचानक से एक-एक कर बच्चों की हालत बिगड़ने लगी तो लोग अपने अपने गांव के पास के डॉक्टरों के पास इलाज कराने को भागे. देखते ही देखते यहां मरीजों की भीड़ जमा हो गई. इतनी तादाद में मरीजों के लिए व्यवस्था न होने के चलते बाजारों में निजी हॉस्पिटल में बच्चों को भेजा गया.
इन बच्चों में जिन बच्चों की हालत ज्यादा बिगड़ने लगी उन्हें सीएचसी बेहतर इलाज के लिए भेजा गया। जहां से चार बच्चों की हालत ज्यादा गम्भीर होने के चलते मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया. पहले इमरजेंसी में रखकर इलाज किया गया जब हालत में कुछ सुधार हुआ तो सभी को चिल्ड्रेन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया. वहीं मेडीकल कॉलेज के सीएमएस सुरेश सिंह ने बताया कि फूड पॉइजन के शिकार चार बच्चे सीएचसी लालगंज से रेफर हो कर हमारे यहां आए थे जिनका इलाज चल रहा है, अब सभी खतरे से बाहर है.
वहीं इस घटना के कई घंटों बाद जांच और सहायता के लिए डॉक्टरों की टीम के साथ ही पुलिसकर्मियों की टीम और फूड ऑफिसर की पूरी टीम गांव पहुंची. एक ओर डॉक्टरों की टीम फूड पॉइजनिंग के शिकार लोगों को दवाएं वितरित करती नजर आई तो वहीं स्थानीय पुलिस भी गांव में पूछताछ में जुट गई. और फूड सैंपल भी लिए गए. बताया जा रहा है कि महिलाओं और बच्चों समेत 70 लोग इस घटना के शिकार हुए हैं लेकिन गांव की महिला अफसाना की माने तो ये संख्या इससे भी कही अधिक है. वहीं डॉक्टरों के मुताबिक घटना में प्रभावित सभी लोगों को दवाएं वितरित की गई है, लेकिन सभी को चार से पांच दिनों तक डॉक्टरों की देखरेख में रखा जाएगा.