मायावती ने भ्रष्टाचार पर यूपी सरकार को घेरा
‘ट्रांसफर-पोस्टिंग नया धंधा, खुद कर रहे खुलासा’
‘बड़ी मछलियों को बचाने में जुटी योगी सरकार’
लखनऊ: बसपा सुप्रीमो मायावती ने गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल व तमिलनाडु के प्रदेश पदाधिकारियों के साथ बैठक कर यूपी की भाजपा सरकार पर इशारों-इशारों में बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि यूपी में हर स्तर पर जारी भारी भ्रष्टाचार से त्रस्त जनता ने अब यह भी देख लिया कि सरकारी ट्रांसफर-पोस्टिंग में किस प्रकार भ्रष्टाचार का खेल हुआ है। यह एक धंधा बन गया है, जिसका खुलासा अंतत: सरकार को मजबूर होकर खुद ही करना पड़ा है। हालांकि इस खेल में बड़ी मछलियों को बचाने का प्रयास अभी भी लगातार जारी है।
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योगी सरकार पर निशाना साधते हुए बीएसपी प्रमुख ने कहा कि यूपी में जातिवाद, सांप्रदायिकता, भ्रष्टाचार और नेताओं के आपसी घमासान से जनहित और विकास न जाने कब तक प्रभावित होता रहेगा। मायावती ने हाल ही में बुंदेलखंड-एक्सप्रेसवे के धंस जाने के मामले पर भी योगी सरकार पर निशाना साधा। बुंदेलखंड-एक्सप्रेसवे का कुछ हिस्सा जालौन जिले के पास धंस गया था और भारी बारिश के बाद एक्सप्रेसवे पर गहरे गड्ढे भी देखे गए थे। इसको लेकर मायावती ने कहा कि इनके विकास के दावे का हाल यह है कि नया बहुचर्चित बुंदेलखंड-एक्सप्रेसवे के चार दिन में ही धंस जाना चर्चा में है और साथ ही इन सबसे ध्वस्त हो जाती है जनता में सरकार की बड़ी जद्दोजहद से बनाई जा रही इमेज। बसपा प्रमुख ने कहा कि यूपी की बीजेपी सरकार पहले से ही अंतर्कलह और जातिवादी आंतरिक बिगाड़ का शिकार है, जिससे शासन व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है और आम जनहित काफी प्रभावित है।
मायावती ने देश के अलग-अलग राज्यों में पार्टी संगठन को गति और मजबूती देने के क्रम में रविवार को गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ बैठक की। वहां कि, राजनीतिक, जातीय और साम्प्रदायिक हालात समेत चुनावी तैयारियों और पार्टी संगठन समेत जनाधार को बढ़ाने के बारे में गहन समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि गुजरात, महाराष्ट्र व कर्नाटक में आगामी विधानसभा आम चुनाव में मिशनरी सोच वालों पर ज्यादा भरोसा करना होगा, ताकि घोर स्वार्थी, विश्वासघाती व बिकाऊ सोच रखने वाले लोगों से पार्टी व मूवमेंट को थोड़ी मुक्ति मिल सके। वैसे यह समस्या हर पार्टी में पैदा हो गई है, जिसकी वजह से देश के विभिन्न राज्यों में सत्ता पलट व राजनीतिक अस्थिरता का माहौल है। धनबल का गंदा खेल जारी है।