स्वतंत्र देव सिंह ने अपने पद से दिया इस्तीफा
राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भेजा इस्तीफा
यूपी डेस्क: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भेज दिया है। इसी के साथ ये माना जा रहा है कि अगले एक दो दिन में पार्टी के नये प्रदेश अध्यक्ष का एलान कर दिया जाएगा।
वहीं, केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा और भानु प्रताप सिंह वर्मा (ओबीसी), कौशांबी के सांसद विनोद कुमार सोनकर, एमएलसी लक्ष्मण आचार्य, और इटावा के सांसद राम शंकर कठेरिया (दलित) को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पद का दावेदार माना जा रहा है।
स्वतंत्र देव सिंह ने UP भाजपा प्रमुख पद पर तीन साल का कार्यकाल किया पूरा
सूत्रों का कहना है कि स्वतंत्रदेव का इस्तीफा इस बात का संकेत है कि पार्टी ने अपने अध्यक्ष की तलाश पूरी कर ली है। “दोनों राज्य विधानसभा के चुनाव (2017 और 2022) ओबीसी अध्यक्षों के नेतृत्व में हुए हैं। चुनाव हारने के बावजूद मौर्य का डिप्टी सीएम के रूप में बने रहना एक स्पष्ट संदेश है कि पार्टी ओबीसी वोट खोने का जोखिम नहीं उठाएगी।
स्वतंत्र देव सिंह ने उत्तर प्रदेश भाजपा प्रमुख के रूप कार्यकाल 16 जुलाई को खत्म हो चुका है। उनके इस्तीफे के बाद अगले राज्य अध्यक्ष के बारे में निर्णय महत्वपूर्ण है क्योंकि पार्टी जिसे भी अध्यक्ष बनाएगी वह 2024 के लोकसभा चुनावों का नेतृत्व करेंगा।
स्वतंत्र देव सिंह, अपना तीन साल का कार्यकाल पूरा करने वाले पांचवें राज्य भाजपा प्रमुख, एक प्रभावशाली अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) नेता भी हैं, जो योगी आदित्यनाथ कैबिनेट में जगह रखते हैं। वह उत्तर प्रदेश विधान परिषद के नेता भी हैं। वह 25 मार्च से मंत्री हैं, जिस दिन योगी आदित्यनाथ 2.0 सरकार ने भाजपा के ‘एक सदस्य, एक पद’ के सिद्धांत के बावजूद शपथ ली थी।
ओबीसी या ब्राह्मण समुदाय?
यूपी भाजपा के सूत्रों की मानें तो प्रदेश अध्यक्ष ओबीसी या ब्राह्मण समुदाय से हो सकता है। यूपी में वर्ष 2014, 2017, 2019 और 2022 के चुनावों में भाजपा का प्रदर्शन शानदार रहा है। ऐसे में 2024 का लोकसभा चुनाव में भाजपा एक बार फिर बेहतर प्रदर्शन की योजना पर काम कर रही है। पिछले दिनों पीएम नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री आवास में चार घंटे के प्रवास के दौरान मंत्रियों के साथ-साथ संगठन के लोगों से भी बातचीत की थी।